नई दिल्ली । महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल रैली में कांग्रेस के कई असंतुष्ट नेता गैरहाजिर रहे। वहीं, गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने का फायदा जम्मू-कश्मीर के नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल को हुआ। मध्य प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ विकार रसूल को रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करने का मौका मिला। कांग्रेस की रैली में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीडब्ल्यूसी के सदस्य आनंद शर्मा गैर हाजिर रहे। वहीं, असंतुष्ट नेताओं में शामिल मनीष तिवारी भी मौजूद नहीं थे। मनीष के समर्थकों का कहना है कि वह देश से बाहर है, इसलिए उपस्थित नहीं हो पाए। आनंद शर्मा और मनीष तिवारी ने पिछले दिनों अध्यक्ष पद के चुनाव पर सवाल उठाए थे। इस बीच, रैली में गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने का कोई जिक्र नहीं हुआ। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इतना जरूर कहा कि कांग्रेस एक दरिया है, इसमें कोई भी आ सकता और जा सकता है। पर आजाद के पार्टी छोड़ने का जम्मू-कश्मीर के नए प्रदेश अध्यक्ष विकार रसूल वाणी को फायदा मिला। उन्होंने सभा को संबोधित किया। यह कयास लगाए जा रहे थे कि विकार रसूल वाणी अपने भाषण में गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने को लेकर उन पर निशाना साध सकते हैं, पर उन्होंने इसका जिक्र तक नहीं किया। महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल रैली में राहुल गांधी की मौजूदगी में सिर्फ तीन प्रदेश अध्यक्षों को बोलने का मौका मिला, इनमें कमलनाथ और प्रतिभा सिंह के साथ विकार रसूल वाणी शामिल हैं।