इस्लामाबाद । संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बाढ़ प्रभावित पाकिस्तान के लिए सोमवार को अति आवश्यक राहत सामग्री भेजी। इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश के दक्षिणी हिस्से का दौरा किया, जहां मंछर झील का जलस्तर बढ़ने से नया खतरा पैदा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के दो विमान दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची पहुंचे और सोमवार को ही दो और विमानों के वहां उतरने की उम्मीद है। तुर्कमेनिस्तान से एक और विमान राहत सामग्री लेकर कराची पहुंचा। पाकिस्तान के अधिकतर हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन सिंध प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
पाकिस्तान में इस साल बेमौसम भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के चलते 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग बेघर हुए हैं। बाढ़ से निपटने के उपायों के तहत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरेस ने पिछले सप्ताह दुनिया से कहा था कि वह इस संकट पर आंखें मूंदे रखना" बंद करे। वह नौ सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।
इंजीनियरों ने बाढ़ के पानी से होने वाली संभावित तबाही से सहवान शहर और आसपास के गांवों को बचाने के लिए मंछरी झील के किनारे एक तटबंध को काट दिया ताकि बढ़ते पानी को छोड़ा जा सके। बाढ़ के चलते जून के मध्य से 16 लाख घरों को नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री शरीफ ने उफान मारती सिंधू नदी के किनारे सुक्कुर शहर में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से मुलाकात की। वहां से उन्होंने हेलीकॉप्टर के जरिए बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने शरीफ को बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी।