भोपाल मध्यप्रदेश में पहली बार इतने बड़े लेवल पर मिडिल और हाई स्कूल के टीचर्स के ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए टीचर्स भोपाल पहुंचेंगे। शनिवार शाम तक जिला शिक्षा अधिकारियों को भोपाल पहुंचने के निर्देश हैं, जबकि टीचर्स रात तक पहुंच जाएंगे। इनके ठहरने की व्यवस्था कर ली गई है। टीचर्स से लेकर अधिकारियों तक को मीडिया में बयान नहीं देने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग 18 हजार से ज्यादा शिक्षकों को 4 सितंबर को एक दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी देंगे। नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों में से 60% महिला शिक्षक हैं।
आधे घंटे पहले पहुंचेंगे मुख्यमंत्री
अधिकारियों और शिक्षकों को रविवार सुबह 10.30 बजे भेल के जंबूरी मैदान पहुंचने के निर्देश दिए हैं। पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 1 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन समय में बदलाव किया गया है। शिवराज तय समय से आधे घंटे पहले साढ़े 12 बजे पहुंचेंगे। यहां सांकेतिक तौर पर कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे।
कई ट्रेन भी बुक
इसके लिए ट्रेन से आने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी की पूरी ट्रेन बुक की है। कार्यक्रम में पहुंचने में देर न हो, इसके लिए सभी को समय से पहले बुलाया गया है। इसके अलावा, आरटीओ और कलेक्टर के माध्यम से बसें बुक की गई हैं।
पहले भी कार्यक्रम में बदलाव हो चुका है
पहले यह कार्यक्रम 3 सितंबर को आयोजित किया जाना था। इसे लेकर शिवराज ने ही 3 सितंबर को कार्यक्रम आयोजित करने की जानकारी दी थी। बाद में ट्वीट कर लिखा कि 4 सिंतबर को जंबूरी मैदान पर 18 हजार चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसको लेकर कांग्रेस ने तंज भी कसा था।
लंबे संघर्ष के बाद नियुक्ति मिली
प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षक वर्ग-1 और शिक्षक वर्ग-2 के 30 हजार से ज्यादा पदों को भरने के लिए 2018 में नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें वर्ग-1 के 19,200 पद और वर्ग-2 के 11,300 के करीब पद थे। इसके बाद 2200 पद अलग से बाद में जोड़े गए। इन पदों के लिए पात्रता परीक्षा 2019 में आयोजित की गई। इसके रिजल्ट आने के बाद जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक सभी चयनीत शिक्षकों के सत्यापन की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई।
इस तरह भोपाल पहुंचेंगे अधिकारी से लेकर नवनिवयुक्त शिक्षक
समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा उनके जिले में नव नियुक्त माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को दिनांक 4 सितंबर को भोपाल में सुबह 11 बजे जंबूरी मैदान भेल परिसर में एक दिवसीय प्रशिक्षण के लिए उपस्थित होने के लिए निर्देश दिए जाए। जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा उनके जिले के शिक्षकों की विकासखण्डवार सूची बनाकर गणना की जाए। विकास खण्डवार शिक्षकों को विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के संयोजन में भोपाल बसों के माध्यम से लाया जाए। जिन विकासखण्डों में शिक्षकों की संख्या अधिक है वहां एक से अधिक बसें लगाई जा सकती है। जहां शिक्षकों की संख्या कम है वहां से एक बस में एक या अधिक विकासखण्ड के शिक्षक लाए जा सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा कलेक्टर के मार्गदर्शन में योजना बनाई जाए। आवागमन की दृष्टि से संबंधित जिला कलेक्टर के माध्यम से आरटीओ से जिला कलेक्टर द्वारा निर्धारित दरों पर बसें प्राप्त की जाएं। बसों के लिए विधिवत् अंतर जिला परमिट प्राप्त कर लिया जाए। राज्य स्तर से जो जिले भोपाल से अधिक दूरी तय करके आ रहे हैं, उनके लिए मार्ग के बीच में जिलों में रात्रि विश्राम के लिए एकत्रिकरण स्थल नियत कर उनके जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा रहें हैं।
रात्रि विश्राम के लिए जिलों तथा रात्रि विश्राम करने वाले शिक्षकों की सूची संलग्न की जाए। इन जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा मध्य प्रदेश सिविल सेवा कय नियमों का पालन करते हुए आवश्यकतानुसार सायं कालीन चाय एवं रात्रि के भोजन तथा अगले दिन सुबह नाश्ता के लिए व्यवस्था की जानी होगी। प्रत्येक बस के प्रभारी संबंधित विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रहेंगे। यदि किसी विकासखण्ड से एक से अधिक बसें हैं तो अतिरिक्त बस में किन्ही अन्य प्राचार्य / वरिष्ठ शिक्षक को प्रभारी बनाया जाए। प्रभारी अधिकारी बस में ही प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों के साथ यात्रा करेंगे बस में आवश्यकतानुसार पेयजल तथा प्राथमिक उपचार की सुविधा आवश्यक रूप से रखी जाए। सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अपने पास पर्याप्त मात्रा में अग्रिम राशि लेकर यात्रा करें, जिससे कि कोई आकस्मिक स्थिति होने पर उसका निदान या जा सके। रात्रि विश्राम करने वाले ये जिले जिनके प्रशिक्षणार्थियों को रात्रि विश्राम के जिले में पहुंचाने के लिए लगभग दिनभर यात्रा करनी है, अतः वे इन प्रशिक्षणार्थियों हेतु प्रारंभ स्थल पर नाश्ता तथा रास्ते में उपयुक्त स्थान पर दोपहर भोजन की भी व्यवस्था करें। ये दोपहर भोजन के स्थान के जिले के जिला शिक्षा अधिकारी से भोजन कराए जाने वाले स्कूल अथवा अन्य स्थल के संबंध में संयोजन करेंगे। प्रशिक्षणार्थियों में लगभग 60% महिला शिक्षकों के होने की संभावना है। रात्रि विश्राम के जिलों में महिला एवं पुरुष शिक्षकों के आवास की सुरक्षित व्यवस्था पृथक-पृथक स्थानों पर की जाए( वे यात्रा एक ही बस में कर सकते हैं। विभिन्न जिलों से आने एवं कार्यक्रम के बाद प्रस्थान करने वाले शिक्षकों की व्यवस्थाओं के संबंध में राज्य स्तर पर स्थानीय नवीन कन्या शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुलसीनगर भोपाल में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।