
भोपाल । अगले साल मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने मैदानी तैयारियां तेज कर दी हैं। दोनों ही दल मतदान केंद्र स्तर पर पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। भाजपा बूथ सशक्तीकरण अभियान के माध्यम से प्रत्येक मतदान केंद्र स्तर पर विभिन्न् गतिविधियां संचालित कर रही हैं तो जवाब में कांग्रेस ने यूथ जोड़ो-बूथ जोड़ो अभियान प्रारंभ किया है। इसमें प्रदेश युवा कांग्रेस सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में युवाओं की टीम तैयार कर रही है, जो मतदान केंद्र प्रबंधन के साथ युवाओं को पार्टी से जोड़ने का काम करेगी। इसकी शुरुआत अमरकंटक से 30 अगस्त से की गई है। निगरानी के लिए विधानसभा प्रभारी भी नियुक्त किए जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के नेता यह मानकर चल रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में मुकाबला कांटे का होगा। कांग्रेस करो या मरो की स्थिति में है। पार्टी 15 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद 2018 में 114 विधानसभा सीटें जीतकर निर्दलीयों के समर्थन से सरकार में आई थी, लेकिन आपसी खींचतान के चलते सवा साल में अल्पमत में आ गई। अब वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। कमल नाथ ने विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से साफ कह दिया है कि अगले 14 माह अग्नि परीक्षा के हैं। मतदान केंद्र स्तर पर पकड़ मजबूत करो। हमारा मुकाबला भाजपा के नेताओं से नहीं, बल्कि उनके संगठन है। दरअसल, भाजपा का सर्वाधिक ध्यान मतदान केंद्र के प्रबंधन पर ही है। सभी मतदान केंद्रों पर बूथ सशक्तीकरण अभियान संचालित किया जा रहा है। विधायकों को 25 और सांसदों को 100 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर सभी छोटे-बड़े नेता मतदान केंद्र स्तर तक पहुंचकर न सिर्फ मतदाताओं से संपर्क करेंगे, बल्कि कार्यकर्ताओं को सक्रिय भी करेंगे। मतदान केंद्र स्तर की छोटी-छोटी से जानकारी एकत्र की जा रही है। उधर, कांग्रेस के सहयोगी संगठन मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस ने इसी के जवाब में यूथ जोड़ो-बूथ जोड़ो अभियान प्रारंभ किया है। इसमें सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्र स्तर पर कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जाएगी। इसमें पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित युवाओं को जोड़ा जाएगा। उन्हें अपने नए सदस्य बनाने का काम करना होगा। मतदाता सूची में पात्रों के नाम जुड़वाने और अपात्रों के हटवाने के लिए बूथ लेवल आफिसर के संपर्क में रहने के साथ विभिन्न् राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर नजर रखनी होगी। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया का कहना है कि तीन माह में सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्र स्तर पर टीम बनाने का लक्ष्य है। सभी सदस्यों का ब्योरा संगठन के पास रहेगा। निगरानी जिला प्रभारी करेंगे। इन्हें भोपाल में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
प्रदेश में आयु समूहवार मतदाताओं की स्थिति
कुल मतदाता- 5,35,95,421
आयु समूह - मतदाता
18-19--10,18,635
20-29--1,32,99,461
30-39--1,42,83,524
40-49--1,06,01,914
50-59--73,73,357
60-69--42,59,339
70-79--20,31,903
80-89--6,22,506
90-99--97,921
100 या उससे अधिक-6,861