जबलपुर। रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन बुढ़ापे का सहारा मानी जाती है, लेकिन अब यह जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों को खुशी भी देगी। विवि से रिटायर्ड हर सदस्य ने अपने पेंशन का कुछ हिस्सा निकालकर 3.10 लाख रुपए की राशि जुटा ली है। अब इस राशि से कृषि शिक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल दिया जाएगा।

अभी तक सिर्फ पीजी,पीएचडी को ही गोल्ड मेडल

विवि के दीक्षांत समारोह में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया जाता है, लेकिन गोल्ड मेडल हासिल करने वालों में पीजी और पीएचडी के छात्र-छात्राएं ही होते हैं। पेंशनर्स की पहल के बाद अब यूजी में प्रथम और द्वितीय स्‍थान हासिल करने वालों को भी गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा।

इसलिए उठाया कदम

पेंशनर्स परिषद के अध्यक्ष डॉ.सीएल चौबे बताते हैं कि कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है। हम सभी ने अपनी पेंशन से राशि एकत्रित की । इस राशि से जनेकृविवि के बीवीएससी में प्रथम और द्वितीय स्थान पर आने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल दिया जाएगा।

कुलपति को सौंपी राशि

शुक्रवार को पेंशनर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने एकत्रित की गई राशि का चेक जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के कुलपति को सौंपा। कुलपति प्रो.वीएस तोमर ने कहां कि वे पेंशनर्स के प्रयास की सराहना करते हैं और इस राशि से अव्वल आने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित करेंगे। कुलपति ने कहा कि कृषि शिक्षा का पहले से बहुत सुधार गया है। हमारा प्रयास है कि इसे न केवल देश स्तर पर बल्कि वर्ल्ड लेवल पर ले जाया जाए। इस अवसर पर कुलसचिव राजेश पालीवाल, डॉ.आरएन राय, डॉ.एमके नेमा समेत कई पेंशनर्स और विवि स्टॉफ मौजूद रहा।