भोपाल   मध्यप्रदेश में जहां भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल में बादल छाए हुए हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश में झमाझम बारिश के कारण इससे सटे मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड, बघेलखंड और जबलपुर में अच्छी बारिश हो रही है। उधर, पानी की लगातार आवक से जबलपुर में बरगी बांध के 6 और गेट खोलने का निर्णय लिया गया है।

सूखे इलाकों में राहत की बारिश

बीते 48 घंटों से मानसून इन्हीं इलाकों को अच्छे से भिगो रहा है। रविवार को दिन भर खुशनुमा मौसम रहा। इस सिस्टम के सोमवार को थोड़ा आगे बढ़ने के आसार है। ऐसे में यह दोपहर करीब 1 बजे के बाद भोपाल में इससे बारिश होने की संभावना है, जबकि देर रात तक इंदौर में रिमझिम भी करा सकती है। ऐसे में आधे मध्यप्रदेश में अभी बारिश होती रहेगी, जबकि इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल में फिलहाल ज्यादा बारिश के आसार नहीं हैं। अभी स्ट्रांग सिस्टम नहीं होने के कारण बारिश के 29 अगस्त से 2 सितंबर तक प्रदेश भर में बारिश के ज्यादा आसार नहीं है।

तीन दिन ज्यादा बारिश नहीं

मंगलवार से प्रदेश भर में ज्यादा बारिश नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार नमी रहने के कारण हल्की रिमझिम कहीं-कहीं हो सकती है। दिन में उमस बढ़ने से कुछ देर के लिए तेज बौछारें भी पड़ सकती हैं।

नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ेगा

नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के 6 गेटों के खोले जाने से जलस्तर में 8 से 10 फीट का इजाफा होगा। अभी बरगी बांध के तीन गेट खुले हुए हैं, जिससे 417 घन मीटर प्रति सेकंड जल की निकासी की जा रही है। 6 गेट और खुलने से 9 गेटों से 1405 घन मीटर प्रति सेकंड जल की निकासी की जाएगी। नर्मदा घाटों में पुलिस के जवानों व होमगार्ड की तैनाती भी की गई है। देर रात हुई बारिश से बरगी बांध का जल संग्रह हिस्से में अत्याधिक पानी आ गया, जिससे गेटों को खोले जाने का निर्णय लिया गया