इन्दौर ।  बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा चौकी के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने पत्नी बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद खुद फांसी लगा ली। मृतक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बताया जा रहा है और आर्थिक तंगी के चलते उसने यह कदम उठाया है।
पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भागीरथपुरा चौकी के पास अमित यादव पत्नी टीना, 3 वर्षीय बेटी और डेढ़ वर्षीय बेटे के साथ रहता था। दोपहर को उसने पत्नी और दोनों मासूमों को मौत के घाट उतारने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। घटना का पता चलते ही रहवासियों ने पुलिस को सूचना दी। हत्या और खुदखुशी के इस मामले की खबर फैलते ही क्षेत्र में सनसनी मच गई। भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पर पहुँची भागीरथपुरा चौकी पुलिस ने तुरंत एफएसएल टीम को मौके पर बुलवाया। एफएसएल टीम की कार्वाही के बाद अमित यादव और अन्य के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विस्तृत तहकीकात शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक अमित निजी कंपनी में काम करता था। बच्चों को जहर देने के बाद उसने अपनी जान दी है।मौके पर सबसे पहले पहुंचे मकान मालिक केदारनाथ ने बताया कि मृतक मूलत: सागर का रहने वाला था और यहां तीन साल से रह रहा था। बताया जा रहा है कि उसने मोबीक्विक से पर्सनल लोन लिया था और लोन की किस्त नहीं भर पा रहा था। परिवार में पत्नी टीना के अलावा तीन साल की बेटी याना और डेढ़ साल का बेटा दिव्यांश था केदारनाथ के अनुसार अमित की मां का फोन आया था कि वहां कोई फोन नहीं उठा रहा है, बेटे से बात करा दो। जब मैं वहां पहुंचा तो दरवाजा नहीं खोला। इस पर अमित की मां को बताया और पुलिस को इस बारे में जानकारी दी। पुलिस के आने पर जब दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर चारों के शव मिले।
अधिकारियों के मुताबिक अमित एक मोबाइल टावर कंपनी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर था। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। मौके पर पत्नी और बच्चों के शव जमीन पर मिले, जबकि पति फंदे पर झूलता मिला। पुलिस कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। हालांकि अमित के हाथ पीछे की ओर बंधे होने से पुलिस हत्या के एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने चारों के शव को अरबिंदो अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।