नई दिल्ली : कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को सरकार ने आज पासपोर्ट जारी कर दिया जिसकी वैधता नौ महीने होगी। दो महीने पहले अधूरी जानकारी को आधार बताते हुए गिलानी का पासपोर्ट आवेदन खारिज कर दिया गया था।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया, गिलानी को कम अवधि के लिए पासपोर्ट जारी किया गया है जिसकी वैधता नौ महीने होगी। श्रीनगर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि आज हुर्रियत नेता को पासपोर्ट जारी कर दिया गया। गिलानी का पासपोर्ट आवदेन बीते महीने में इस आधार पर खारिज कर दिया गया था कि उन्होने सरकार को अधूरी जानकारी मुहैया कराई है।

ऐसा कहा गया था कि मई महीने में गिलानी ने सउदी अरब के जेद्दा में अपनी बीमार बेटी को देखने जाने के लिए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। उस वक्त विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ‘आवेदन को मौजूदा स्वरूप में आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।’ नए नियमों के अनुसार आवेदनकर्ता को बायोमेट्रिक ब्यौरा और फोटो खिंचवाने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में खुद उपस्थित होना होगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा था, उनकी ओर से अधूरी जानकारी मुहैया कराई गई है। शुल्क अदा नहीं किए गए और बायोमैट्रिक विवरण और फोटोग्राफ नहीं सौंपे गए। जम्मू-कश्मीर में सत्तासीन गठबंधन के दोनों घटक भाजपा और पीडीपी गिलानी के पासपोर्ट के मुद्दे पर पूरी तरह से बंटे नजर आए थे।