
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के सपनों को ‘तोड़ने’ का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को यहां बिगुल फूंका।
राजग की रैली में मंच पर विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। मंच पर अमित शाह के साथ लोजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और राष्ट्रीय एवं प्रदेश भाजपा के कई नेता मौजूद थे। शाह ने 160 रथों को हरी झंडी दिखाई, जिसे उन्होंने दूत (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रतिनिधि) बताया। ये रथ बिहार के विभिन्न हिस्सों में जायेंगे और केंद्र में राजग सरकार के दौरान हुए विकास के संदेश को फैलायेंगे, साथ ही नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के गठजोड़ का फर्दाफाश करेंगे जिसे भाजपा ने अपवित्र करार दिया है। नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की धुंधली तस्वीर पेश करते हुए शाह ने पिछले एक वर्ष में मोदी सरकार के कामकाज को रेखांकित किया और कहा कि बिहार में भविष्य की राजग सरकार इसे दोहराएगी।