नई दिल्ली । देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ का प्रकोप जारी है। महाराष्ट्र और गुजरात में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। आगामी दिनों में भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए मौसम विभाग ने दोनों राज्यों के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ‘बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मैं स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि सभी डीएम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हैं। हमारी सरकार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश जारी किया है। इस बीच बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा है कि शहर और उपनगरीय क्षेत्रों में हल्के बारिश की संभावना है, जबकि शहर और आसपास के क्षेत्रों में 55 से 65 किमी प्रतिघंटा की रफ़्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन के मुताबिक भारी बारिश को देखते हुए राज्य में एनडीआरएफ की कुल 14 टीमें और एसडीआरएफ की 6 टीमों को तैनात किया गया है। पिछले 24 घंटे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 4 लोगों की मौत होने से मरने वालों की कुल संख्या 99 हो गई है। राज्य में अब तक 181 जानवरों की मृत्यु हो चुकी है। 7,963 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उधर पालघर, पुणे और सतारा जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, कोल्हापुर, अकोला, अमरावती, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल में हल्की से मध्यम बारिश की सम्भावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। गुजरात के सूरत, जूनागढ़, गिर, भावनगर, तापी, डांग, वलसाड और नवसारी सहित 8 जिलों में भारी बारिश की आशंका के चलते रेड अलर्ट घोषित किया गया है। गुजरात के आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि महाराष्ट्र में 2 बांधों से पानी ओवरफ्लो होने से पूर्णा नदी का जलस्तर बढ़ गया है,  जिससे नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सड़कों पर पानी भरने के कारण मुंबई की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिए गए हैं। नवसारी और वलसाड जिले में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं।