नई दिल्ली : केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि वह व्यापम घोटाले की निष्पक्ष जांच के पक्ष में हैं और उन्होंने पहले भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सलाह दी थी। उमा ने कहा कि व्‍यापम घोटाले की जांच किसी सक्षम जांच एजेंसी से करवाई जानी चाहिए। एसटीएफ को जांच सौंपे जाने से पहले इसमें गड़बड़ी हुई है।  
भारती ने न्‍यूज चैनलों के साथ बातचीत में कहा कि मैं पूरी तरह से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हूं, लेकिन अगर शिवराज के सहयोगी पर चार्जशीट दाखिल हुई है, तो मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। मैंने पहले ही सीबीआई जांच के लिए कहा था। उन्होंने एसटीएफ को जांच सौंपे जाने में खिलवाड़ का अंदेशा जताया और मध्य प्रदेश में उनके लोगों को भी खतरा बताया। उन्होंने कहा कि इस घोटाले से जुडे कई लोगों की मौत होने से वह खुद भयभीत है। इन मौतों के कारण मध्य प्रदेश में दहशत का माहौल है। भारती ने कहा कि मैं मंत्री हूं लेकिन मैं भी भयभीत हूं। मैं अपनी चिंताओं और डर के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराऊंगी। भारती ने हालांकि मुख्यमंत्री चौहान का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा नेता की छवि साफ सुथरी है।

व्यापम घोटाले में अपना नाम आने को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गहरी साजिश बताया और कहा कि लोग घोटाले के कारण ‘शर्म और डर’ से जान दे रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा।

भारती ने कहा कि यह एक गहरी साजिश है। गहरी साजिश का बड़ा उदाहरण है इसमें मेरा नाम है। मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है। अगर इसमें मेरा नाम है तो कुछ गहरी साजिश है। केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि लोग डर और शर्म से मर रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि हो सकता है कि किसी ने उनकी हत्या नहीं की हो। लेकिन डर और शर्म से मस्तिष्काघात, हृदयाघात के शिकार हो रहे या आत्महत्या कर रहे। क्योंकि मैंने जब व्यापमं में अपना नाम सुना तो मैं भी सदमे में आ गई।

उधर, हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व्यापमं घोटाले के कारण भाजपा के खिलाफ सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस भ्रमित है और उसने सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है। वे कुछ साबित नहीं कर रहे हैं। वे केवल अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं। इसके अलावा यह और कुछ नहीं है।