नई दिल्ली: अजमेर ब्लास्ट मामले में अभियोजन पक्ष के 13 महत्वपूर्ण गवाह अब मुकर गए हैं। कथित तौर पर हिंदुत्ववादी ताकतों द्वारा की गई आतंकी घटनाओं पर नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) को एक और बड़ा झटका लगा है।
इस मामले की सुनवाई जयपुर में एनआईए की स्पेशल कोर्ट में सितंबर 2013 से चल रही है। अजमेर दरगाह में धमाके के करीब 6 साल बाद शुरू हुई सुनवाई में एनआईए के लिए इसे मामले में सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। साल 2007 में इफ्तार पार्टी के दौरान हुए उस धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए थे।