हैदराबाद : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दस दिनों की दक्षिण भारत की रस्मी यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंचे और इस दौरान वह ‘प्रेसिडेंशियल रिट्रीट’ में से एक ‘राष्ट्रपति निलयम’ में ठहरेंगे।

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी और अधिकारियों ने यहां हाकिमपेट एयरफोर्स स्टेशन पर राष्ट्रपति की अगवानी की।

राव ने राष्ट्रपति का स्वागत करने के दौरान उनके पैर छुए। राष्ट्रपति भवन द्वारा कल जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार 10 दिनों की अपनी यात्रा के दौरान वह एक जुलाई को आंधप्रदेश में प्रसिद्ध तिरूपति जायेंगे।

तीन जुलाई को राष्ट्रपति हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में एक पुस्तक ‘यूनिकी’ की पहली प्रति ग्रहण करेंगे जिसे महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने लिखी है।

मुखर्जी छह जुलाई को राष्ट्रपति निलयम में ‘नक्षत्र वाटिका’ का उद्घाटन भी करेंगे। उनकी यात्रा का समापन आठ जुलाई को होगा। राष्ट्रपति निलयम भवन देश की आजादी के बाद हैदराबाद के निजाम से लिया गया था और उसे राष्ट्रपति सचिवालय को सौंप दिया गया था।

इस भवन का निर्माण 1860 में हुआ था और यह करीब 90 एकड़ में फैला हुआ है। राष्ट्रपति साल में कम से कम एक बार राष्ट्रपति निलयम आते हैं और यहां ठहरते हैं तथा वहीं से सरकारी कामकाज करते हैं।