जबलपुर। मुख्यमंत्री प्रदेश की सभी शासकीय योजनाओं को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत शामिल कर रहे हैं। जिससे आम आदमी को समय रहते योजना का भी लाभ मिल सके लेकिन नगर निगम में धारा 30 की बैठक के दौरान पक्ष-विपक्ष ने मिलकर लोक सेवा गारंटी केन्द्रों को बंद कराने का निर्णय ले लिया अब यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। इसके साथ ही मंगलवार को हल्की नोक-झोंक और शिकायत, सुझावों के साथ बैठक खत्म हो गई।

सदन में दूसरे दिन भी शहर की गंदगी, जलप्लावन और नाले-नालियों की सफाई पर चर्चा होती रही। विपक्ष के लगभग सभी पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड की समस्याएं रखीं। इस दौरान पार्षदों ने सदन को बताया कि साधारण राशन कार्ड से लेकर बीपीएल तक के लिए लोक सेवा गारंटी केन्द्रों में लोगों को कैसे परेशान होना पड़ रहा है। एक काम के लिए उन्हें कई बार चक्कर लगाना पड़ता है। विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष की भी यह पीड़ा रही जिसके बाद महापौर ने कहा कि यह पक्ष-विपक्ष की बात नहीं बल्कि गरीबों के हित की है। कलेक्ट्रेट से गलत काम हो रहे हैं। इसलिए अब लोक सेवा गारंटी केन्द्र बंद करने के लिए सदन से प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा जाएगा। बैठक में पार्षद ताहिर अली, राजेश यादव, ऋषि यादव, नीतू तेजकुमार भगत, विनोद चौधरी, गुलाम हुसैन, जसवीन गुजराल, अभिषेक यादव, भरत घनघोरिया, केवलकृष्ण आहूजा, संजय राठौड़, जतिनराज, मंजुला मिश्रा, मुकमा अंसारी, लईक अहमद ने अपने वार्ड की समस्याएं रखी। जिसके बाद महापौर ने प्रस्तावों पर अमल करने का आश्वासन दिया जिसके बाद बैठक खत्म कर दी गई।

प्रभारी को नहीं योजनाओं और बजट की जानकारी

अपने जवाबों से बने हंसी के पात्र

नगर निगम धारा 30 की बैठक के दौरान उस समय हास्यापद स्थिति बन गई जब योजना प्रभारी नवीन रिछारिया ने स्ट्रॉम वॉटर ड्रेनेज सिस्टम के बारे में बोलना शुरू किया। दरअसल कांग्रेस पार्षद राजेश सोनकर ने पूछा कि शहर के नालों को पक्का किया जा रहा है उनकी सफाई कैसे की जाएगी। इस पर प्रभारी ने सदन को बताया कि नालों की सिल्ट साफ करने के लिए शॉकिंग मशीन बुलाई जा रही है। इसके बाद जब पूर्व नेता प्रतिपक्ष विनय सक्सेना ने नालों से संबंधित सवाल किए तो योजना प्रभारी गोलमोल जवाब देने लगे और फिर शांत बैठ गए।

चार महीना में बच्चा भी नहीं चलता

बैठक के समापन पर महापौर स्वाति गोडबोले ने कहा कि 4 माह में तो बच्चा भी चलना नहीं सीखता। फिर विपक्ष क्या चाह रहा है। अपनी आंखों में जो पर्दा डाला है उसे हटाइए। पार्षदों ने जो तकलीफ बताई है उन पर विचार किया जाएगा। महापौर ने कहा कि हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है कि चार माह में शहर चमका दें।

हम गांव से आए हैं इसलिए हो रहा दुर्व्यवहार

बैठक के दौरान निगम में शामिल गांवों के पार्षदों का भी दर्द बाहर आया। वार्ड क्रमांक 79 के पार्षद विनोद चौधरी ने अध्यक्ष से कहा कि सब शहर की बात कर रहे हैं लेकिन मैं गांव की बात करूंगा। क्योंकि गांव में मूलभूत समस्या सुनने कोई अधिकारी, कर्मचारी नहीं जा रहा।

एमआईसी सदस्य से मांगा इस्तीफा

गोहलपुर पार्षद राजेश यादव ने सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि उनके वार्ड का एक सफाई कर्मी अपनी 12वीं पास बेटी को डॉक्टर बनाना चाहता है। एक एमआईसी सदस्य का नाम लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को कैसे एडमिशन दिलाया बताएं। इसके बाद विपक्ष ने नारे लगाते हुए एमआईसी सदस्य के इस्तीफे की मांग की। इस पर महापौर भड़क गईं। उन्होंने कहा कि सदन की बैठकों में अनर्गल बातें बर्दास्त नहीं करूंगी। यदि सदन में ऐसी ही बातें होनी है तो भविष्य में कोई बैठकें नहीं होंगी।