चंडीगढ : भ्रष्टाचार पर तल्ख रवैया अख्तियार करने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टïर ने अब ट्वीटर पर विरोधियों को दो टूक जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने अपने नए ट्वीट में विपक्षी दलों के आरोपों को दरकिनार करते हुए साफ कह दिया है कि ‘अगर व्यक्तिगत सुख और परिवार का कल्याण ही सत्ता का सुख है, तो मैं इससे दूर ही भला। मैं 1978 से जनता की सेवा करता आया हूं, करता रहूंगा’। मुख्यमंत्री ने इस ट्वीट के माध्यम से यह बताने की कोशिश की है जो उन्हें जनता से दूर रहने वाला समझ रहा हो वो ऐसी गलती न करें। वह तो घर-परिवार छोड़ कर पिछले 37 सालों से जनता के बीच में रहकर उनका दुख-दर्द देख रहे हैं।

मुख्यमंत्री का यह ट्वीट विपक्षी दलों के साथ-साथ पार्टी के नेताओं में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। अब तक इस नए ट्वीट पर 55 लोगों ने री-ट्वीट किया है। जबकि 97 लोगों ने इसे पसंद किया है।यहां बता दें कि पिछले कई दिनों से विपक्षी दलों की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर से हमला किया जा रहा है। कांग्रेस के नेताओं की ओर से यह बार-बार कहा जाता है कि मुख्यमंत्री को कुछ पता नहीं है। वहीं पिछले 2 दिनों से मुख्यमंत्री खट्टर अपने सलाहकारों व ओ.एस.डी. की नियुक्ति को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं।

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने अपने इस ट्वीट में विपक्षी दलों को सीधे तौर से जवाब दिया है। मुख्यमंत्री खट्टर के इस ट्वीट पर दर्जनों लोगों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। इस ट्वीट पर 55 लोगों ने री-ट्वीट किया है। एक व्यक्ति ने अपने कमेंट में कहा है कि प्रदेश की प्रत्येक सरकार प्रॉपर्टी डीलर की तरह व्यवहार करती है। सरूप सिंह नामक व्यक्ति ने मनोहर लाल खट्टर की तुलना मनमोहन सिंह से करते हुए कहा है कि ऐसा केवल आप सोचते हैं।

आप कहीं हरियाणा के मनमोहन सिंह न बन जाएं। अग्रवाल समाज के नेता अशोक बुवानीवाला ने इस ट्वीट पर री-ट्वीट करते हुए कहा है कि आज हरियाणा में सेवा को गिनवाने वाले और अपनी नाकामी को संभालने वाले सत्ता की कुर्सी का मजा ले रहे हैं। फिलहाल कई आरोपों के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर यह साफ कर दिया है कि उन्हें राजनीति की ए.बी.सी.डी. बताने की जरूरत नहीं हैं।