
टीकमगढ़ एक महिला की मौत के बाद उसके शव को दफन कर दिया लेकिन उसके चोट के निशान को देखकर मायके वालों को शंका हुई तो पुलिस मुख्यालय की महिला अपराध शाखा के एक्शन पर आज 11 दिन बाद शव को कब्र से बाहर निकाला गया है। अब मौत का रहस्य पता करने के लिए पोस्टमार्टम किया जा रहा है और विवेचना शुरू की जा रही है। बताया जाता है कि मृत युवती सीमा का साढ़े तीन साल पहले निकाह हुआ था। भोपाल में सीमा का निकाह हुआ था। 16 अप्रैल को सीमा की बीमारी की सूचना पर बिलाल बेटी को देखने भोपाल गए लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। मायके वाले उसके शव को टीकमगढ़ ले आए। बेटी की मौत के बाद उसको दफनाने के लिए नहलाया जा रहा था तब शरीर पर कुछ चोटों के निशान दिखाई दिए। मगर बेटी की मृत्यु के दौरान उस तरफ ध्यान नहीं दिया और उसे दफन कर दिया। सीमा के पिता और मायके के अन्य लोगों को संदेह हुआ तो वे पुलिस में शिकायतें भी करते रहे। टीकमगढ़ में सुनवाई नहीं हुई तो भोपाल पहुंच गए।
गर्भावस्था में मौत
सीमा की मृत्यु के समय वह गर्भावस्था में थी। उसके पिता बिलाल ने आरोप लगाया कि बेटी के शरीर पर चोट के निशानों से ससुराल वालों की प्रताड़ना का संदेह है। प्रताडना के कारण उसकी मौत हुई। बिलाल का कहना है कि जब टीकमगढ़ पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की तो भोपाल में पुलिस मुख्यालय में एडीजी महिला अपराध से मिले और शिकायत की। इसके बाद टीकमगढ़ लौटकर उन्होंने कब्र से सीमा का शव निकलवाया। मायके वालों की शंका के समाधान के लिए पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।