कोयंबटूर : सच ही कहा गया है कि जज्बा और लगन के आड़े कुछ भी नहीं आ सकता। फिर वो आपकी शारीरिक अक्षमता ही क्यों न हो। इसे सच कर दिखाया है 11 साल के दृष्टिबाधित श्रीरामानुजन ने। नन्हे श्रीरामानुजन को तमिल न्यूज चैनल लोटस न्यूज टुडे ने न्यूज रीडर बनने का मौका दिया। चैनल का दावा है कि ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ है जब किसी 11 साल का दृष्टिबाधित बच्चा न्यूज रीडर बना हो।

श्रीरामानुजन ने ब्रेल लिपि की मदद से 22 मिनट तक स्पेशल लाइव न्यूज पेश किया। इस दौरान उसके माता-पिता आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। इस स्पेशल न्यूज बुलेटिन में नेपाल के भूंकप का फॉलोअप और महिंदा राजपक्षे का ट्रायल भी शामिल था। लोटस न्यूज के चेयरपर्सन जी.के.एस. सेल्वकुमार ने बताया कि श्रीरामानुजन को यह मौका दिए जाने का प्रमुख मकसद था लोगों को नेत्रदान के लिए उत्साहित करना और उन्हें इसके बारे में जागरूक करना। सेल्वकुमार ने कहा कि इससे श्रीरामानुजन जैसे प्रतिभावान लोगों को भी आंखें मिलेंगी और वे अपना लक्ष्य हासिल कर सकेंगे।

उन्होंने बताया,'अभी श्रीरामानुजन हर हफ्ते स्पेशल न्यूज बुलेटिन पेश करेगा और कुछ समय बाद वह परमानेंट डेली न्यूज रीडर बन जाएगा।' श्रीरामानुजन ने कहा,'चूंकि मैं देख नहीं सकता इसलिए मैंने टीवी को चुना ताकि लोग मुझे न्यूज पढ़ते हुए देख सकें। मैं जिंदगी में कुछ हासिल करना चाहता हूं।'

श्रीमानुजन एक सरकारी स्कूल में पाचवीं क्लास का स्टूडेंट हैं। उसने बताया,'लाइव जाने से पहले मैंने न्यूज बुलेटिन को छह बार पढ़ा था। लाइव होने के बाद पहले दो मिनट तक मुझे डर लगा लेकिन फिर मैंने सब आराम से हैंडल कर लिया।' आगे चलकर वह आईएएस ऑफिसर बनना चाहता है।