जम्मू कश्मीर: हुरिर्यत नेता मसर्रत आलम को जमानत नहीं मिली है। श्रीनगर में चीफ ज्यूडिश्यल मेजिस्ट्रेट के सामने मसर्रत की जमानत को लेकर दोनों पक्षों के वकीलों के बीच काफी बहस हुई। 

बहस को सुनने के बाद जज ने मसर्रत की जमानत अर्जी को फिलहाल टाल दिया है। अब इस मामले में सुनवाई 25 अप्रैल को होगी। पुलिस द्वारा मसर्रत मामले में पेश डायरी में कहा गया है कि मसर्रत पर देशद्रोह के संगीन आरोप हैं। घाटी में पाकिस्तान का झंडा लहग्राने के साथ ही उसने देशविरोधी नारे लगाए हैं। 

अगर उसे जमानत दी जाती है तो इससे माहौल खराब हो सकता है। गौरतलब है कि मसर्रत आलम पर घाटी में भारत विरोधी नारे लगाने को लेकर देशद्रोह का मामला बनाया गया है। उसके समर्थकों ने शुक्रवार को मसर्रत की जमानत हेतु याचिका दायर की थी। मसर्रत की गिरफ्तारी को लेकर हुरिर्यत में भी काफी नाराजगी जताई जा रही है।