भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ नगर के पर्यावरण प्रेमियों ने आज स्मार्ट उद्यान में गुलमोहर और हल्दू के पौधे रोपे। स्वछता टीम "कबाड़ से जुगाड़'' की श्रीमती कल्पना झा, श्री अमरजीत झा और सुश्री शालिनी विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री को पौधे भेंट किए। एक पौधा मिकी माउस रूप छोटी बोतल में और दूसरा पौधा पुराने टायर से निर्मित आकर्षक गमले में भेंट किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलाकारों के इस सृजन की प्रशंसा की। स्वच्छता टीम द्वारा जानकारी दी गई कि भोपाल में वर्ष 2015 में महिलाओं की सहभागिता से स्वच्छता टीम "कबाड़ से जुगाड़'' का गठन हुआ था। श्रीमती कल्पना झा नगर निगम की स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर भी हैं। शहर में 15 उद्यानों में स्वच्छता के साथ उन्हें सुंदर बनाने के लिए कबाड़ में पड़े सामान का इस्तेमाल कर पौधों के साथ कलाकृतियों को प्रदर्शित और वितरित किया जाता है।

आज लगाए गए गुलमोहर को विश्व के सुंदरतम वृक्षों में से एक माना जाता है। गुलमोहर की पत्तियों के बीच बड़े-बड़े गुच्छों में खिले फूल, इस वृक्ष को अलग ही आकर्षण प्रदान करते हैं। गर्मी के दिनों में गुलमोहर के पेड़ पत्तियों की जगह फूलों से लदे हुए रहते हैं। यह औषधीय गुणों से भी समृद्ध है।

जिस पेड़ के नाम से हल्द्वानी शहर बसा, उसी पेड़ का नाम है हल्दू। इस क्षेत्र में हल्दू के पेड़ बहुतायत में थे। माना जाता है कि इन्हीं पेड़ों की वजह से शहर का नाम हल्द्वानी पड़ा। हल्दू का पेड़ जैव विविधता के लिए बेहद उपयोगी है। सामान्य पेड़ों की अपेक्षा यह पेड़ कई गुना अधिक शुद्ध हवा देता है। इसमें पक्षी भी अपना आवास बनाते हैं। इसकी पत्तियाँ चारे के लिए उपयोग में लाई जाती हैं और सूखी टहनियाँ जलाने के काम आती हैं।