भोपाल । संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंहपुर में 500 मेगावाट की इकाई एक बार फिर बंद हो गई है। हाल ही में ये इकाई कई बार बंद हुई है। सालाना मेंटेनेंस में पहले 68 दिन बंद थी। जब चालू हुई तो दोबारा तकनीकी खराबी आई। करीब 24 दिन तक फिर इकाई चालू हुई लेकिन बिजली उत्पादन की रफ्तार जैसी ही बढ़ी इकाई ने दम तोड़ दिया। बीती रात इकाई बंद हो गई है। शुक्रवार की शाम को 500 मेगावाट की इकाई को दोबारा चालू करने का दावा किया गया है। यहीं नहीं अमरकंटक की 210 मेगावाट की इकाई से भी बिजली उत्पादन बंद हो गया है।

70 लाख की बजाए चार करोड़ खर्च
मप्र पॉवर जनरेशन कंपनी के संजय गांधी ताप विद्युत गृह में सामान्य रूप से 70 लाख रुपये सालाना मेंटेनेंस पर खर्च किया जाता था। इस बार करीब चार करोड़ रुपये की राशि मेंटेनेंस पर खर्च हुई। खास बात ये है कि महंगा मेंटेनेंस होने के बावजूद इकाई में खराबी आ गई। मेंटेनेंस के नाम पर 68 दिन पहले इकाई बंद हुई। उसके बाद उसे चलाया गया लेकिन चंद दिनों में ही इकाई फिर ठप हो गई। पिछले 20 अक्टूबर से इकाई बंद पड़ी हुई है। इकाई के टरबाइन में अप्रत्याशित कंपन हुआ था जिस वजह से यह बंद हुई। 15 नवंबर को दोबारा इकाई से उत्पादन शुरू हुआ। अब 18 नवंबर आधी रात को एकाएक इकाई में तकनीकी खराबी आने से उत्पादन ठप हो गया। वहीं अमरकंटक की 210 मेगावाट की इकाई में भी तकनीकी खराबी आ गई है। संजय गांधी ताप गृह की 500 मेगावाट की इकाई के बंद होने की वजह साफ्टवेयर हैंग होना बताया जा रहा है। जिसे करीब 12 घंटे में सुधार कर दोबारा शुरू कर दिया गया। देर रात इस इकाई से बिजली का उत्पादन दोबारा शुरू होने का दावा प्रबंधन ने किया।

इनका कहना है
संजय गांधी ताप गृह की 500 मेगावाट की इकाई में कुछ तकनीकी खराबी आई थी जिसे सुधार कर लिया गया है। इकाई से उत्पादन शुरू किया जा रहा है। अमरकंटक ताप गृह की 210 मेगावाट में एक दिन का समय जरूर लगेगा।
-वीके कैलासिया, मुख्य अभियंता ओएंडएम मप्र पावर जनरेशन कंपनी