इलाहाबाद: द्वारका शारदापीठधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा शिरडी के साईं पर दिया विवादित बयान का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उन्होंने अब एक नया दावा कर दिया है। शंकराचार्य ने दावा किया है कि ताजमहल के नीचे महादेव का मंदिर। शंकराचार्य के इस बयान से अब नई बहस छिड गई है।

गत बुधवार को उन्होंने कहा कि ताजमहल के नीचे अग्रेश्वर महादेव नागनाथेश्वर विराजमान हैं। इस बाबत अदालत में वाद भी दायर किया गया है। ऐतिहासिक तथ्यों के मुताबिक सन् 1156 में राजा परमारदेव ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था और बाद में इसका स्वामित्व भी उन्हीं के वंशजों के पास रहा लेकिन सन् 1631-32 में शाहजहां ने इस पर कब्जा करते हुए अपनी मल्लिका मुमताज के लिए यहां महल का स्मारक बनवा दिया।

पुरातात्विक साक्ष्य इसके हिन्दू मंदिर होने को प्रमाणित करते हैं, ऐसे में जरूरी है कि ताजमहल की निचली दो मंजिलों को खोला जाना चाहिए ताकि हिन्दू जनमानस वहां दर्शन और पूजा आराधना कर सकें। वहीं एक बार फिर से साईं के मुद्दे पर उनिहोंने कहा कि वे मुसलमान थे इसलिए उनकी पूजा-अर्चना करके हिन्दू जनमानस विधर्मी हो रहा है।