मुजफ्फरपुर पंजाब एंड सिंध बैंक की मोतीझील शाखा में जमा दो लाख 31 हजार 500 रुपये फर्जीवाड़ा कर निकासी कर ली गई है। इस संबंध में शाखा अधिकारी राकेश रंजन ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें सकरा थाना क्षेत्र के मेसर्स ग्रामीण विकास समिति दुबहां के सचिव बैंकिंग कार्य के लिए प्राधिकृत धर्मदेव प्रसाद को आरोपित बनाया गया है। उस पर राज्य कर्मचारी बीमा निगम के फर्जी पत्र के आधार पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया गया है।

प्राथमिकी में पंजाब एंड सिंध बैंक के शाखा अधिकारी ने कहा है कि संस्था का खाता उनकी बैंक की शाखा में है। 12 जनवरी तक इस खाता में दो लाख 31 हजार 896 रुपये जमा था। कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने 12 नवंबर 2020 से इस खाता में लेनदेन पर रोक लगा दी थी। आठ जनवरी को राज्य कर्मचारी बीमा निगम के बंद लिफाफे में एक निबंधित पत्र बैंक को मिला। इस पत्र में लेनदेन पर रोक हटाने की बात कही गई थी। इसकी संपुष्टि के लिए 12 जनवरी को ईएसआइसी पटना को एक -मेल भेजा गया। इसका जवाब नहीं मिलने से यह माना गया कि बैंक को मिला पत्र सही है। इसके आधार 13 जनवरी को धर्मदेव प्रसाद ने हाजीपुर शाखा से दो लाख 14 जनवरी को दरभंगा शाखा से 31 हजार 500 रुपये की निकासी कर ली। लगभग दो माह बाद राज्य कर्मचारी बीमा निगम ने -मेल की संपुष्टि में बताया कि पत्र फर्जी है।