न्यूयार्क : एक ताजा अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि अत्यधिक वसायुक्त भोजन आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर भी असर डालती है, जिसके कारण आपके व्यवहार में परिवर्तन आ सकता है। यह परिवर्तन घबराहट, स्मृतिलोप और बर्ताव में दोहराव के रूप में हो सकता है। शोध पत्रिका 'बायोलॉजिकल साइकियाट्री' में प्रकाशित शोध-पत्र के अनुसार, जो लोग मोटे न हों उन्हें भी उच्च वसायुक्त आहार से बचना चाहिए।

शोधकर्ताओं के अनुसार, उच्च वसायुक्त भोजन के कारण उदर में पाए जाने वाले जीवाणुओं में परिवर्तन के कारण स्वास्थ्य एवं बर्ताव में इस तरह का हल्का सा परिवर्तन पैदा होता है।

बॉयोलॉजिकल साइकियाट्री के संपादक जॉन क्रिस्टल का कहना है, इस शोध पत्र के अनुसार उच्च वसायुक्त आहार के कारण मनुष्यों एवं सूक्ष्मजीवों के बीच सहजीवी संबंध के बाधित होने के कारण हमारे मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।

हमारे शरीर में अरबों की संख्या में सूक्ष्मजीव पाए जाते हैं, जिनकी काफी बड़ी संख्या हमारी आंतों में भी पाई जाती है। अमरीका के लूसियाना स्टेट विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने इस बात की जांच की कि क्या मोटापा से जुड़े सूक्ष्मजीवी बर्ताव में भी परिवर्तन लाते हैं और यह मोटापा न होने की सूरत में भी क्या संभव है। यह प्रयोग चूहे पर किया गया।