पुणे : भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को आम आदमी पार्टी में टकराव की स्थिति को पार्टी का आंतरिक मामला करार दिया और कहा कि वह पार्टी के आपस में लड़ रहे नेताओं को कोई सलाह देने की स्थिति में नहीं हैं।

आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से असंतुष्ट नेताओं प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को निकाले जाने के बारे में पूछे जाने पर हजारे ने कहा कि यह संगठन का आंतरिक मामला है।

हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या वह पार्टी नेताओं को कोई सलाह देना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी सोच से बाहर की बात है।’’ हजारे अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।

आज ही आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा कि वह पार्टी के आंतरिक लोकपाल एल रामदास समेत कुछ सदस्यों को आज की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रवेश से इनकार किये जाने से आहत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद को बड़े दिल से सभी को साथ लेकर चलना चाहिए।’’