मुंबई: राजग सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ देश भर में ‘जेल भरो आंदोलन’ की घोषणा करने वाले अन्ना हजारे ने आज कहा कि वह इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खुली बहस के लिए तैयार हैं।

हजारे ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पत्र के जवाब में कहा, ‘‘आपने खुली बहस की बात कही है। हम इसे स्वीकार करते हैं। लेकिन आपके साथ बहस करके ठोस फैसले की संभावना बहुत कम है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर बहस में मोदी भाग लेते हैं और आंदोलन में शामिल हम लोगों में से चार पांच लोगों से बातचीत होती है तो कुछ फैसला होने की संभावना है।

हम अपेक्षा करते हैं कि मोदी हमें खुली बहस के लिए दिन, स्थान और समय बताएंगे।’’ हजारे ने कहा, ‘‘विधेयक में एक भी चीज एेसी नहीं है जो किसानों के हित में है।’’  उन्होंने जमीन अधिग्रहण पर किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी के आश्वासन पर भी आशंका जताई।  हजारे ने कहा, ‘‘क्या गारंटी है? पहले भी इस तरह के आश्वासन दिए गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता देंगे। लोकपाल लोकायुक्त विधेयक बन गया है लेकिन लागू नहीं किया जा रहा।’’