चंडीगढ़. पंजाब (Punjab Cabinet) के मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी (Charanjit Singh Channi) की कैबिनेट का आज शपथ ग्रहण समारोह होना है. इसको लेकर सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि इस कैबिनेट में परगट सिंह, राजकुमार वेरका, गुरकीरत सिंह कोटली, संगत सिंह गिलजियान, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, कुलजीत नागरा और राणा गुरजीत सिंह शामिल किए जा सकते है. लेकिन अब कांग्रेस के 6 विधायकों और एक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्‍यक्ष ने राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.


जानकारी के अनुसार 6 कांग्रेस विधायकों और एक पूर्व पीसीसी अध्‍यक्ष ने मौजूदा प्रदेश अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को इस संबंध में पत्र लिखा है और उनसे संभावित कैबिनेट के नामों में से राणा गुरजीत का नाम हटाने की मांग की है.


सभी 7 लोगों की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि राणा गुरजीत सिंह खनन घोटाले में शामिल रहे हैं. वह भ्रष्टाचार के आरोपी हैं. इसलिए उन्हें पंजाब की प्रस्तावित कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट से बाहर किया जाए. हालांकि इन लोगों की यह भी मांग है कि उन्होंने यह भी चुनावों को देखते हुए गुरजीत की जगह पर किसी साफ छवि वाले दलित चेहरे को शामिल किया जाए.

सातों नेताओं ने कहा है कि जनवरी 2018 में खनन घोटाले में राणा गुरजीत सिंह, उनके परिवार और उनकी कंपनियों की प्रत्यक्ष संलिप्तता के कारण कैबिनेट से हटा दिया गया था.


सूत्रों ने बताया कि हालांकि अमरिंदर सिंह नीत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे पांच विधायकों राणा गुरमीत सिंह सोढी, साधु सिंह धर्मसोत, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा का मंत्रिमंडल से पत्ता कट सकता है. दिल्‍ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक के बाद चन्नी नीत मंत्रिमंडल के नामों पर सहमति बनी.
मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करने के लिए चन्नी को कांग्रेस आलाकमान ने शुक्रवार को दिल्ली तलब किया था. जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह प्रदेश कांग्रेस महासचिव हैं और उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी समझा जाता है.