नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जाने-माने समाजसेवी अन्ना हजारे को आश्वासन दिया है कि कांग्रेस एनडीए सरकार के लैंड बिल पर विरोध जारी रखेगी।

सोनिया ने अन्ना को यह आश्वासन उनके द्वारा लिखे खत के जवाब में दिया है। जवाब में सोनिया ने अन्ना से इत्तेफाक जताता और लिखा कि सरकार का प्रस्तावित बिल वाकई किसान विरोधी है। कांग्रेस हरसंभव प्लैटफॉर्म से इस बिल का पुरजोर विरोध करेगी।

लैंड बिल पर गत 14 मार्च को अन्ना ने सोनिया गांधी को खत लिखा था। इसका जवाब सोनिया ने मंगलवार को अन्ना को दिया। जवाबी खत में सोनिया ने अन्ना की आशंकाओं को सही ठहराते हुए कांग्रेस सहित तमाम दलों द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।

सोनिया ने लिखा कि हमने राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन दिया है और उनसे इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। साथ ही, उन्होंने कहा कि देश के किसानों के हितों पर हमारी लड़ाई जारी रहेगी। इससे पहले अन्ना ने खत में सरकार के बिल को किसान विरोधी करार दिया और कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के विरोध पर धन्यवाद जताया था।

अन्ना ने कांग्रेस अध्यक्ष से अपील की थी कि लोकसभा में भले ही सरकार नंबरों के आधार पर बिल पास करा ले गई हो, लेकिन राज्यसभा में इस पारित होने से रोकें।

लैंड बिल पर संसद से सड़क तक हर जगह विरोध हो रहा है। जहां एक ओर अन्ना इस लड़ाई को आगे बढ़ाए हुए हैं, वहीं कांग्रेस भी इसे किसान विरोधी बिल बताते हुए लगातार सड़क से संसद तक विरोध कर रही है।

अन्ना आगामी 25 मार्च से इस बिल को लेकर जो आंदोलन करने वाले थे, वह फिलहाल उन्होंने टाल दिया है। किसानों के खेती के कामों में व्यस्तता का हवाला देते हुए अन्ना ने फिलहाल इस आंदोलन को अगले कुछ हफ्तों तक टालने का फैसला किया है।