ग्वालियर। अप्रैल माह में जब काेराेना मरीजाें की संख्या बढ़ना शुरू हुई ताे जनसुनवाई काे बंद कर दिया गया था। अब जब काेराेना मरीजाें की संख्या कम हुई ताे शासन के निर्देश पर सभी सरकारी विभागाें में जनसुनवाई शुरू हाे गई है। पांच माह बाद जनसुनवाई शुरू हुई ताे फरियादियाें की संख्या भी अच्छी खासी थी। हालांकि कलेक्टर ने इस संबंध में पहले ही निर्देश जारी कर दिए थे, इसलिए सभी विभागाें के अफसर माैजूद रहे।
दरअसल शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक मंगलवार काे सभी सरकारी विभागाें में जनसुनवाई का आयाेजन किया जाता है। इसमें सभी अधिकारी माैजूद रहकर जनता की समस्या सुनते हैं। इसके चलते आमजन काे इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता है। साथ ही समयसीमा में शिकायताें के निराकरण का दबाव भी रहता है। अप्रैल माह में जब काेराेना के मरीज बढ़े ताे सभी विभागाें के अधिकारियाें की ड्यूटी लगाई गई। साथ ही सरकारी दफ्तराें में भीड़ जमा नहीं हाे, इसलिए जनसुनवाई काे भी बंद कर दिया गया था। इससे आमजन की परेशानी काफी बढ़ गई थी। लाेगाें काे अपनी शिकायताें के निराकरण के लिए अफसराें काे तलाशने के लिए दफ्तराें के चक्कर लगाने पड़ रहे थे। वहीं सीएम हेल्प लाइन में भी शिकायतें बढ़ना शुरू हाे गई थी। अब जब काेराेना मरीजाें की संख्या कम हुई ताे शासन के निर्देश पर पांच माह बाद सभी सरकारी दफ्तराें में जनसुनवाई शुरू कर दी गई है। जिससे आमजन काे बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। कलेक्टर के निर्देश हाेने के कारण सभी विभागीय अधिकारी भी जनता की शिकायतें सुनने के लिए जनसुनवाई में माैजूद रहे हैं।
सरकारी दफ्तराें में पांच माह बाद जनसुनवाई शुरू हुई
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