जयपुर। पंजाब के साथ राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गईं हैं। रविवार सुबह से ही मंत्रियों और विधायकों में मुलाकातों का दौर शुरू हो गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमों में सक्रियता बढ़ी है। दोनों खेमों के कुछ नेता दिल्ली गए हैं। स्वास्थ्य कारणों से गहलोत अपने सरकारी आवास में ही विश्राम कर रहे हैं, लेकिन वह टेलीफोन के माध्यम से अपने विश्वस्तों और केंद्रीय नेताओं के संपर्क में हैं। पायलट पिछले तीन दिन से दिल्ली में हैं। सूत्रों के अनुसार, उनकी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात हुई है। इसी बीच, शनिवार देर रात 12 बजे मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दोपहर में एक ट्वीट में लिखा था कि मजबूत को मजबूर और मामूली को मगरूर किया जाए, बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए। गहलोत के विरोधियों ने इस इसकी जानकारी आलाकमान तक पहुंचाते हुए तर्क दिया गया कि ट्वीट के माध्यम से पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को लेकर लिए गए फैसले अंगुली उठाई गई है। इसे गहलोत की भावना के रूप में भी जोड़ा जा रहा है। अप्रत्यक्ष रूप से ट्वीट में अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने पर सवाल उठाए गए हैं। बताया जा रहा है कि आलाकमान तक मामला पहुंचने के बाद शर्मा ने अपना इस्तीफा सीएम को भेज दिया। हालांकि सीएम ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।
राजस्थान में भी तेज हुई सियासत, खेमा सक्रिय
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