राजस्थान : कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को नया सीएम बनाकर कांग्रेस ने भले ही पंजाब इकाई में जारी रार को थामने की कोशिश की है लेकिन पार्टी को इस आंतरिक कलह का खामियाजा राजस्थान में भी भुगतना पड़ सकता है। कांग्रेस पार्टी की अकेले दम पर सिर्फ तीन राज्यों में सरकार है और हर जगह कांग्रेस में अंदरूनी कलह अब किसी से छिपी नहीं है।
माना जा रहा है कि पंजाब के बदलाव से राजस्थान में भी सचिन पायलट खेमे में उत्साह भर गया है और एक बार फिर से यहां अशोक गहलोत को हटाए जाने की मांग जोर पकड़ सकती है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच जारी मतभेद को एक साल से भी ज्यादा का समय बीत गया है। हाईकमान के दखल के बाद दोनों नेताओं के खेमों के बीच सीजफायर जरूर हुआ लेकिन अभी भी पायलट खेमे के विधायकों में कैबिनेट फेरबदल का वादा पूरा न किए जाने को लेकर नाराजगी बरकरार है।
पायलट के एक करीबी नेता ने कहा, 'हमें जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है।' उन्होंने यह भी बताया कि पायलट की राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई आला नेताओं से पहले ही मुलाकात हो गई है और उन्हें यकीन है कि आने वाले कुछ हफ्तों पार्टी कोई बड़ा फैसला लेगी।





