होबार्ट : कार्लटन मिड वनडे इंटरनैशनल ट्राई सीरीज के चौथे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 3 विकेट से हराकर फाइनल में जगह बना ली। इंग्लैंड के 8 विकेट पर 303 रनों का पीछ करते हुए कंगारू टीम ने पारी का एक गेंद शेष रहते जीत के लिए जरूरी 304 रन बना लिए। इसके साथ ही अपने दोनों मैच गंवा चुके भारत को भी फाइनल में पहुंचने के लिए लाइफ लाइन मिल गई।

इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने 7 विकेट खोए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टीवन स्मिथ ने कप्तानी पारी खेलते हुए 95 गेंदों में नाबाद 102 रन बनाए। अपनी इस शानदार पारी में स्मिथ ने छह चौकों के साथ एक छक्का भी लगाया और साबित कर दिया कि वह अच्छे कप्तान हो सकते हैं।

स्मिथ ने कप्तान के रुप में अपने पहले मैच में शतक जड़ने वाले दूसरे आस्ट्रेलियाई कप्तान बने। उनसे पहले माइकल हसी ने यह कारनामा किया था। स्मिथ दुनिया के पहले ऐसे खिलाडी बन गये हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे में कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में शतक लगाए। बहरहाल, शुक्रवार के मैच में शॉन मार्श ने 45 और हैडिन ने 42 रनों का योगदान दिया।

इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स, मोईन अली और स्टीवन फिन ने ऑस्ट्रेलिया के दो-दो विकेट चटकाए जबकि मोइसिस हेरिक्स को जेम्स टेलर ने रन आउट किया। मोईन इंग्लैंड की ओर से सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए। उन्हें 10 ओवरों में पांच की औसत से कुल 50 रन खर्च किए। वहीं, जेम्स ऐंडरसन को कोई विकेट नहीं मिला। उन्होंने 10 ओवरों में 56 रन भी दिए। इधर, स्टुअर्ट ब्रॉड ने कुल 9 ओवर कर 61 रन दिए लेकिन उन्हें भी कोई सफलता हाथ नहीं लगी। रवि बोपारा से महज एक ओवर करवाया गया जिन्होंने 11 रन दे दिए।

इससे पहले इंग्लैंड ने अपने ऑपनर बैट्समैन इयान बेल की शानदार 141 रनों की बदौलत 303 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर दिया। बेल ने महज 125 गेंदों में 15 चौकों और एक छक्के के साथ अपने करियर का सबसे ज्यादा रन बनाया। वहीं, दूसरी छोर पर अली ने भी बेल का अच्छा साथ दिया। अली ने 48 गेंदों में 3 चौकों और 3 छक्कों की मदद से कुल 46 रन बनाए। उनके बाद रूट ने भी 69 रन की शानदार पारी खेली। वहीं, बटलर ने 25 और टेलर ने 5 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से गुरिंदर संधु ने 10 ओवर में महज 49 रन देकर इंग्लैंड के 2 बल्लेबाजों को पविलियन भेजा। वहीं, मिशेल स्टार्क, जेम्स फॉकनर, पैट्रिक कमिंस, मोइसिस हेनरिक्स ने एक-एक विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलिया की इस जीत से भारत की फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को बल मिला है लेकिन इसके लिए उसे अपने अगले दोनों मैच जीतने होंगे। ऑस्ट्रेलिया अब तीन मैचों में 13 अंक लेकर खिताबी मुकाबले में पहुंच चुका है जबकि इंग्लैंड के तीन मैच में पांच अंक हैं। भारत ने अभी तक अपने दोनों मैच गंवाए हैं।