रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि को लेकर चिराग पासवान बिहार के राजनेताओं से मिल रहे हैं। तेजस्वी यादव से मिलने के लिए वह राबड़ी आवास पहुंचे। उनको बरसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता दिया। वहीं, अब इस मुलाकात के सियासी मायने भी लोग निकालने लगे हैं। चिराग और तेजस्वी की इस तस्वीर को नए समीकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत भी हुई है।
लालू प्रसाद का भी समर्थन
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पहले ही कह चुके हैं कि दोनों नेताओं को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। तेजस्वी और चिराग के साथ खास बात यह है कि दोनों के सबसे बड़े राजनीतिक दुश्मन नीतीश कुमार ही हैं और दोनों के बैकग्राउंड में दलित वोट बैंक है। लालू प्रसाद और राम विलास पासवान भी एक साथ राजनीति कर चुके हैं। इस वजह से भी तेजस्वी और चिराग की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
राज्यपाल से भी की मुलाकात
इससे पहले चिराग राज्यपाल फागू चौहान से मिलने राजभवन पहुंचे थे। राज्यपाल से अपने पिता की पहली पुण्यतिथि पर 12 सितंबर को पटना के आवास पर आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में शामिल होने का आग्रह किया। इसके बाद वह निमंत्रण देने जीतन राम मांझी के आवास पर पहुंचे। मांझी को भी बरसी के कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया।