नई दिल्ली : टेलिकॉम विभाग ने रेग्युलेटरों और ऑपरेटरों के भारी दबाव के आगे झुकते हुए भारती एयरटेल और वोडाफोन को स्पेट्रम के इस्तेमाल को जारी रखने की अनुमति दे दी है जिसका परमिट 29 नवंबर को समाप्त हो चुका है।

टेलिकॉम विभाग के इस कदम से दिल्ली और मुंबई सर्कल में रहने वाले लाखों यूजरों को राहत मिलेगी जिनकों सेवाओं में बाधा का सामना करना पड़ सकता था।

टेलिकॉम विभाग ने वोडाफोन को दिल्ली सर्कल में मध्य जनवरी तक और मुंबई सर्कल में दिसंबर मध्य तक वायुतरंगों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। इस निर्णय में अब टेलिकॉम आयोग को संशोधन करना रह गया है जो टेलिकॉम्युनिकेशन विभाग में सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली बॉडी है। आयोग की मीटिंग 8 दिसंबर को होनी तय है। टेलिकॉम आयोग को लिखे गए एक नोट में टेलिकॉम विभाग ने उल्लेख किया है कि इसके पास ऑपरेटरों के दिल्ली में 45 दिन का विस्तार और मुंबई में 15 दिनों का विस्तार देने के अलावा कोई और चारा नहीं था।

टेलिकॉम कंपनियों को टेलिकॉम विभाग द्वारा अक्टूबर में नई फ्रीक्वेंसी आबंटित की गई हैं जिसको अपनाने के लिए कंपनी ने अतिरिक्त समय मांगा। उनको पहले सिर्फ एक महीने का समय इस नई फ्रीक्वेंसी को अपनाने के लिए मिला था।

स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज
टेलिकॉम विभाग ने अपने निर्णय के बचाव में स्पष्टीकरण देते हुए कहा, कंपनियों ने संयुक्त प्रस्ताव में उल्लेख किया था कि अचानक नई फ्रीक्वेंसी को अपनाने से नेटवर्कों में भारी पैमाने पर बाधा उत्पन्न होगी जिससे लाखों ग्राहकों को परेशानी होगी। इस पर जनहित में गौर किया जा सकता है। नोट में यह भी उल्लेख किया गया है कि तीन टॉप ऑपरेटर, भारती, वोडाफोन और आइडिया ने फरवरी में खरीदी गई नई वायु तरंगो के आबंटन के समय से ही स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज का भुगतान करने को सहमति जताई है।

इसका मतलब यह है कि सभी कंपनियां उस समय से ही स्पेक्ट्रम चार्ज का भुगतान करेंगी जब उनको टेलिकॉम विभाग द्वारा स्पेक्ट्रम आबंटित किया गया था। स्पेक्ट्रम का कितना यूज किया गया, इससे भुगतान का कोई लेना-देना नहीं है। तीनों ऑपरेटरों ने कहा है कि नेटवर्क में भारी पैमाने पर होने वाली बाधाओं को रोकने के लिए आइडिया ने अपने दो प्रतिद्वंद्वी को दिल्ली में 15 जनवरी तक 900 मेगाहार्ट्ज बैंड में अपने स्पेट्रम के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है।