
चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने देश की सभी सीमाओं पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का कब्जा होना भारत के लिए शुभ संकेत नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान का तालिबान के हाथों में जाना हमारे देश के लिए शुभ संकेत नहीं है. यह भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान सांठगांठ को मजूबत करेगा (चीन पहले ही उयगुर को लेकर मिलिशिया की मदद मांग चुका है). संकेत बिलकुल अच्छे नहीं हैं, हमें अब अपनी सीमाओं पर अतिरिक्त सजग रहने की जरुरत है.’
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के प्रवेश करने के बीच भारत वहां से अपने सैकड़ों अधिकारियों और नागरिकों को सुरक्षित निकाल रहा है. इस बीच, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी रविवार को देश छोड़कर चले गए. अफगानिस्तान के तुलू न्यूज की खबर के अनुसार, देश के ज्यादातर महत्वपूर्ण शहरों और प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा करने के बाद तालिबान के काबुल में प्रवेश करने पर गनी और उनके करीबी सहयोगियों ने देश छोड़ दिया है.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों का कब्जा
उधर, अल-जजीरा न्यूज नेटवर्क पर प्रसारित वीडियो फुटेज के अनुसार यहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों का कब्जा हो गया है. फुटेज में तालिबान लड़ाकों का एक बड़ा समूह राजधानी काबुल में स्थित राष्ट्रपति भवन के भीतर नजर आ रहा है. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर अपने कब्जे की घोषणा राष्ट्रपति भवन से करने और देश को फिर से ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ का नाम देने की उम्मीद है.
बीस साल की लंबी लड़ाई के बाद अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से निकलने के कुछ ही दिनों के भीतर लगभग पूरे देश पर फिर से तालिबान का कब्जा हो गया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) एस्टोनिया और नॉर्वे के अनुरोध पर अफगानिस्तान की स्थिति पर सोमवार को आपात बैठक करेगी. परिषद के राजनयिकों ने रविवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस परिषद के सदस्यों को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद के ताजा हालात से अवगत कराएंगे.