लखनऊ । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी सोये पार्टी कार्यकर्ताओं को जगाने में जुटी हैं। इसी रणनीति के तहत राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर आयीं प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को राजधानी के हृदय स्थल में स्थापित गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विभिन्न मुद्दों को लेकर मौनव्रत धारण करते हुए अपने इरादे साफ कर दिए। बाद में उन्होंने कहा कि मैंने मौन व्रत इसलिए किया क्योंकि उत्तर प्रदेश में संविधान नष्ट हो रहा है। लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है। उत्तर प्रदेश में विकासवाद चल रहा है। यह कैसा विकासवाद है जब कोरोना की दूसरी लहर थी तब पंचायत चुनाव करवाए गए। कितनी ज्यादा मौतें हो गईं।
कांग्रेस के मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत करने लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंच गई हैं। अमौसी एयरपोर्ट से लेकर हजरतगंज तक प्रियंका वाड्रा का पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। सबसे पहले वह जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचीं और पुष्पाजंलि अर्पित की। यहां प्रियंका ने प्रदेश में फैले जंगलराज, पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त कानून व्यवस्था और भय के माहौल के खिलाफ मौन धरने पर बैठ गईं। करीब दो घंटे चले इस धरने के बाद वह कांग्रेस मुख्यालय रवाना हुईं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंन मीडिया से कहा कि राज्य सरकार ने चुनाव कराए लेकिन परिणाम इच्छानुसार नहीं आए। जब जिला पंचायत और ब्लाक अध्यक्ष के चुनाव हुए तो हिंसा हुईं, महिलाओं के वस्त्र खींचे जा रहे थे। कही बम फट रहे थे। क्या सोच रहे थे आप कि जनता चुप रहेगी? विपक्ष चुप रहेगा? जिस तरह से लोकतंत्र पर वार हो रहा है वह कोई नई बात नहीं है। पूरा प्रयास लोकतंत खत्म करने का था। हम लोकतंत्र बचाने आए हैं। जनता के पक्ष में बोलने आये हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित हैं। यदि पीएम आपके सीएम की महिला सुरक्षा पर प्रशंसा कर रहे हैं तो आप खुद समझें कि आज तक सरकार ने क्या किया?