
सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग कर शातिर ठग नए-नए तरीके से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जो नया तरीका सामने आया है, उसमें युवा कारोबारियों से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म और ऐप के जरिए लड़कियां संपर्क करती हैं। फिर उनको अधिक फायदा होने का लालच दिखाकर निवेश कराया जाता है। जब कारोबारी अपने पैसे निकालने का प्रयास करता है तो उसको ठगी का पता चलता है। प्रदेश में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस ने लोगों को शातिर ठगों से बचने के लिए सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल में सावधानी और सतर्कता बरतने की सलाह दी है। ताजा खुलासा हुआ है कि ठगी का लिंक पाकिस्तान तक है और इसमें चीनी नागरिक भी शामिल हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
- शातिर ठग पहले युवा कोराबारियों और उद्यमियों की सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जानकारी जुटाते हैं। फिर उनको अपने रैकेट की सदस्य लड़कियों से फ्रेंड रिक्वेस्ट भिजवाते हैं।
- सोशल मीडिया पर परिचय होने के बाद लड़कियांं युवा कारोबारियों को पैसा निवेश करने के लिए फर्जी कंपनियों के अलग-अलग उत्पादों में ट्रेडिंग करने की जानकारियां देती हैं। फिर उनको तेजी से पैसा कमाने का लालच दिखाकर निवेश करने के लिए प्रेरित करती हैं।
- युवा कारोबारी उनके विश्वास पर पैसा निवेश करने लगते हैं। खास बात तो यह है कि इस रैकेट में शामिल शातिर ठग फर्जी कंपनियों के वेब पेज के डैश बोर्ड पर निवेश राशि से फायदा भी दिखाते हैं, लेकिन जब निवेश राशि को निकलने का प्रयास किया जाता है तो पैसा नहीं निकलता।
- आरोपी उनको कोई न कोई बहाना बनाकर टालते रहते हैं। इसके बाद लंबे समय तक पैसा नहीं मिलने पर ठगी का अहसास होता है। ऐसे ही एक रैकेट को मध्य प्रदेश राज्य साइबर सेल ने पकड़ा है।
- ठगों ने प्रदेश के तीन युवा कारोबारियों को फंसाया और उनसे 1 करोड़ 70 लाख रुपए का निवेश करा लिया। इन पैसों को आरोपियों ने भारतीय सहयोगी की मदद से क्रिप्टो करेंसी (वर्चुअल या डिजिटल पैसा) के रूप में पाकिस्तान भेज दिया। इसमें चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
यह हैं बचाव के तरीके
भोपाल साइबर थाना टीआई अभिषेक सोनेकर ने बताया कि यदि आप सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से मिल रहे हैं तो वह फिजिकली उपलब्ध है या नहीं, ये पता कर लें। ऐसा लगता है कि कोई रिमोट एरिया से आपसे संपर्क स्थापित कर रहा है तो आपको उससे दोस्ती करने का कोई लालच नहीं होना चाहिए। यदि आप कोई निवेश करना चाह रहे हैं तो उस संस्था का पहले होम वर्क कर लें। इसमें पता कर लीजिए कि निवेश करने वाली संस्था संबंधित भारतीय एजेंसी से रजिस्ट्रर्ड है या नहीं। उसके बारे में पूरी पड़ताल कर लें। यदि आपकाे संस्था के फर्जी होने की आशंका लगती है तो बिल्कुल निवेश न करें।
यह बरतें सावधानियां
- सोशल मीडिया या इंटरनेट पर जब भी किसी से मिलते है तो उनसे सतर्कता रखे। उनसे उतनी ही बात करें, जितनी जरूरत हो। अंजान व्यक्ति या किसी से व्यक्ति से जुड़ते हैं तो उनसे उतनी ही बात करें जितनी आवश्यकता है। या कोशिश करें कि अनजान व्यक्ति से दोस्ती न करें।
- इंटरनेट पर कोई सर्विस ले रहे हैं, जहां पर आपको फाइनेंसिशली ट्रांजेक्शन करने की आवश्यकता है तो सबसे पहले देखें कि वह सर्विस वास्तव में है या नहीं। इंटरनेट पर उस सर्विस के बारे में रिव्यू चेक कर सुनिश्चित करें कि यह सर्विस लेने लायक है या नहीं। या फिर आप उससे कोई पेमेंट करने जा रहे हैं तो उससे आपको कोई नुकसान होने की संभावना तो नहीं है।
- इंटरनेट पर ऐसे बहुत सारे वेब पेज उपलब्ध हैं, जहां आपको सर्विस ऑफर की जाती है या सामग्री कम कीमत पर खरीदने या ट्रेडिंग से कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का लालच दिया जाता है। इनके झांसे में न आएं।
- मोबाइल पर जितने भी ऑनलाइन पेमेंट के ऑप्शन उपयोग कर रहे हैं। उनकी निजी जानकारी अपने पास ही रखें। किसी से शेयर न करें। अपने डिवाइस की किसी को भी एक्सेस न दें। थोड़ी देर के लिए भी न दें। आपके मोबाइल पर बहुत ही महत्वपूर्ण गोपनीय जानकारी रखी होती है। यदि यह किसी के हाथ लगती है तो उसको गलत उपयोग हो सकता है, इसलिए सतर्कता बरतें और सावधानी रखें।