
मुंबई । बजाज समूह का बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। इस संदर्भ में वह चौथा भारतीय व्यावसायिक पारिवारिक समूह बन गया है। अन्य नामों में टाटा समूह, रिलायंस और इस साल शामिल होने वाला अदाणी समूह भी शुमार है। बजाज ने 25 जून को यह आंकड़ा दर्ज किया था लेकिन पूरे बाजार में गिरावट और अमेरिकी डॉलर में तेजी की वजह से वह इस सूची से बाहर हो गया था। हालांकि 6 जुलाई को इस समूह की आठ सूचीबद्घ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण अमेरिकी डॉलर के लिए दिन की विनिमय दर (74.55 रुपए) के आधार पर 750,153 करोड़ रुपए (100.6 अरब डॉलर) पर पहुंच गया था। 25 जून को उसने 745,901 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था। 6 जुलाई को बजाज ने पारिवारिक व्यावसायिक समूह की बाजार पूंजीकरण रैंकिंग में अदाणी को पीछे छोड़कर तीसरे पायदान पर जगह बनाई। पिछले साल यह समूह 100 अरब डॉलर की सूची में शामिल था। टाटा समूह इस सूची में शीर्ष पर है जिसके बाद रिलायंस का स्थान है। 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण वाला अन्य एकमात्र गैर-पारिवारिक प्रवर्तित व्यावसायिक समूह एचडीएफसी ग्रुप है।बजाज समूह का बाजार पूंजीकरण मुख्य रूप से अपनी तीन सूचीबद्ध इकाइयों- दो वित्तीय सेवा कंपनियों बजाज फाइनैंस और बजाज फिनसर्व और दोपहिया दिग्गज बजाज ऑटो की मदद इस आंकड़े पर पहुंचा है। बजाज फाइनैंस और बजाज फिनसर्व के शेयरों में अच्छी तेजी दर्ज की गई है। इन तीनों कंपनियों का बजाज समूह के बाजार पूंजीकरण में 91.7 प्रतिशत का योगदान है। बजाज फाइनैंस ने समूह को 100 अरब डॉलर की सूची में पहुंचने में मदद की है, क्योंकि उसका शेयर 2.16 प्रतिशत तक चढ़कर 6,204 रुपए पर बंद हुआ।