
दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। इससे बचने के लिए सरकार गाइडलाइन का पालन करने की बात कह चुकी है, लेकिन अनलॉक के बाद बाजारों में नियम चूर-चूर हो रहे हैं। एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी कहा था, जब मैंने वल्लभ भवन से देखा, तो 600 से ज्यादा लोगों में 70% बगैर मास्क नजर आए। इसमें चौंकाने वाले स्थिति सामने आई। प्रमुख बाजारों में हर 10 में से औसतन चार व्यक्ति बिना मास्क के मिले। सोशल डिस्टेंसिंग भी नदारद थी।
1. लखेरापुरा : मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसा कुछ नहीं
लखेरापुरा में बिना मास्क के घूमते ग्राहक।
लखेरापुरा पुराने शहर का प्रमुख कपड़ा बाजार है। यहां छोटी-बड़ी करीब एक हजार दुकानें हैं। इस कारण दिनभर ग्राहकों की भीड़ रहती है, लेकिन यहां लोगों के चेहरों पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसा कुछ भी नजर नहीं आता है।, यहां हर दूसरा व्यापारी या ग्राहक बगैर मास्क के दिखाई दिया। वहीं, 10 में से 4 लोग ऐसे थे, जिनके चेहरे पर मास्क तो था, किंतु नाक व मुंह ठीक ढंग से नहीं ढंके थे।
दुकानों के आगे से गोल घेरे भी गायब है, इसलिए लोग एक-दूसरे से सटकर ही खरीदारी करते हुए नजर आए। 22 मार्च को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लखेरापुरा में ही दुकानों के आगे गोल घेरे बनाकर 'मेरा मास्क-मेरी सुरक्षा अभियान की शुरुआत की थी। अब ऐसा घेरा कहीं नजर नहीं आ रहा है।
2. चौक बाजार : सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां, मास्क से भी परहेज
चौक बाजार में फुटकर व्यापारी ने नहीं लगाया मास्क।
चौक बाजार पर शाम 4.30 बजे लोग लखेरापुरा से चौक होते हुए सराफा और आजाद मार्केट की तरफ जा रहे हैं। बीच में रिटेल व फुटकर कपड़ा दुकानें लगी हैं। दुकानों में इतनी भीड़ है कि सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है। ग्राहक तो ठीक दुकानदारों के मुंह पर भी मास्क नहीं है। करीब 30% लोग ऐसे ही थे। भास्कर टीम जब यहां पहुंची तो कई लोगों ने कैमरा देखकर मुंह पर मास्क लगा लिया।
ऐसे ही हालात सराफा, जुमेराती, जनकपुरी, आजाद मार्केट, मंगलवारा, बुधवारा, सब्जी मंडी, हमीदिया रोड, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज, इब्राहिमपुरा आदि जगह भी दिखाई दिए।
3. न्यू मार्केट : कई लोगों ने नहीं पहना मास्क, कार्रवाई होते देख भागने लगा एक युवक
न्यू मार्केट में बिना मास्क के घूम रही महिला के हाथ जोड़कर मास्क पहनने का निवेदन करते नगर निगम के कर्मचारी।
न्यू मार्केट में 1350 से ज्यादा दुकानें हैं। मंगलवार को तेज धूप के कारण दिन में तो मार्केट में वीरानी जैसी स्थिति रही, लेकिन शाम 4 बजे के बाद ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई। एवरेज अधिकांश लोग ऐसे थे, जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा था। वहीं, हर 10 में से 4 लोग ऐसे भी दिखाई दिए, जिन्होंने चेहरे पर मास्क तो लगा रखा था, पर मुंह व नाक नहीं ढंकी थी। कई दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं थी। नगर निगम की टीम ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर रही थी। इस दौरान एक बिना मास्क के घूम रही एक महिला टीम से बहस करने लगी तो एक युवक कार्रवाई होता देख भागने लगा। जिसे कर्मचारियों ने दौड़कर पकड़ा। युवक औसाफ पर 100 रुपए का जुर्माना भी किया गया।
हालांकि, न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ द्वारा व्यापारी व ग्राहकों को मास्क पहनने के लिए जागरूक किया जा रहा है। बावजूद मंगलवार को ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया। रिटेल दुकानों पर ग्राहक एक-दूसरे से सटकर ही खरीदी कर रहे थे।
भोपाल में अब तक 1.23 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि सरकारी रिकॉर्ड अनुसार 972 लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी लहर में गंभीर हालात बने थे। कई परिवार उजड़ गए। लोगों ने अपनों को खोया, तो कई बच्चों के सिर से मां-बाप का साया भी उठ गया। अब तीसरी लहर आने की आशंका है।
सरकार तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रही है, तो बाजारों में लापरवाही का आलम ये है कि तीसरी लहर लाने की तैयारी की जा रही है। यहां ग्राहक और दुकानदार मास्क पहनने से परहेज कर रहे हैं, जबकि सरकार ने 1 जून को छूट देते समय निर्देश दिया था कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर बगैर मास्क के आने वाले ग्राहकों को सामान न दें। शुरुआती एक-दो दिन ही इन नियमों का पालन हुआ, लेकिन अब हालात बदल गए हैं।
लापरवाही से अफसर वाकिफ हैं, लेकिन खानापूर्ति ही कर रहे
लापरवाही के इस आलम से जिम्मेदार भी वाकिफ हैं, पर सख्ती बरतने में पीछे हैं। खानापूर्ति के लिए मास्क न पहनने वालों पर कार्रवाई जरूर हो रही है, पर उतनी नहीं जितनी जरूरी है। नगर निगम ने 1 से 5 जुलाई के बीच मास्क नहीं पहनने पर 807 लोगों को पकड़कर 80 हजार रुपए वसूल किए हैं, जबकि बगैर मास्क के घूमने वालों का आंकड़ा इससे कई गुना अधिक है।