शेयर बाजार की लगातार तेजी से मिड कैप शेयरों में भी तेजी बनी रही है। इस वजह से 7 ऐसे शेयर हैं जो लार्ज कैप की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इसमें अडाणी टोटल गैस भी है। यह शेयर लगातार पिछले 15-20 दिनों से पिट रहा है। इसके अलावा 5 और शेयर भी इसी लिस्ट में हैं।

सरकारी सेक्टर की 3 कंपनियां शामिल हुईं

लार्ज कैप में शामिल होने वाले अन्य शेयरों में सरकारी कंपनी NMDC, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL), बैंक ऑफ बड़ौदा, हनीवेल ऑटोमेशन और चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट के शेयर शामिल हैं। यह सभी अभी तक मिड कैप में थे। इन शेयरों ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, पीआई इंडस्ट्रीज, इंद्रप्रस्थ गैस, पेट्रोनेट एलएनजी, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स और एबॉट इंडिया की जगह ली है।

एंफी ने किया री-क्लासिफिकेशन

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एंफी) ने हाल में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों का री-क्लासिफिकेशन किया है। इसके मुताबिक, कंपनियों का मार्केट कैप का कट ऑफ 37,746 करोड़ रुपए रखा गया है। इसी आधार पर यह लार्ज कैप में शामिल हुई हैं। इस साल जनवरी में यह कट ऑफ 28,900 करोड़ रुपए था। इसी तरह मिड कैप कंपनियों का मार्केट कैप कट ऑफ 11,820 करोड़ रुपए है, जबकि पहले यह 8,389 करोड़ रुपए था।

साल में दो बार होता है री-क्लासिफिकेशन

एंफी (AMFI) साल में दो बार री-क्लासिफेकशन करती है। अगला री-क्लासिफिकेशन जनवरी में अगले साल होगा। म्यूचुअल फंड के फंड मैनेजर्स को एंफी के इसी क्लासिफिकेशन के आधार पर पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करना होता है। इस नए बदलाव के लिए फंड मैनेजर्स के पास एक महीने का समय होता है।

पहले 6 महीनों में रही बाजार में तेजी

इस साल के पहले 6 महीनों में बाजार में अच्छी तेजी होने से इन शेयरों के मार्केट कैप में तेजी रही है। 15 शेयर ऐसे रहे हैं जो मिड कैप से स्मॉल कैप में चले गए हैं, जबकि 11 शेयर स्मॉल कैप से मिड कैप की कैटेगरी में आ गए हैं। मिड कैप से स्मॉल कैप में जो शेयर गए हैं उनमें मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, आईटीआई, प्रेस्टिज इस्टेट, महानगर गैस, पीएंडजी हेल्थ, क्रेडिट एक्सेस, मोतीलाल ओसवाल, बांबे बुमराह, अस्ट्राजेनेका, गोदरेज एग्रोवेट, आईआईएफएल वेल्थ, एसजेवीएन और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया हैं।

स्मॉल कैप से मिड कैप में गए शेयर

स्मॉल कैप से मिड कैप में जाने वाले शेयरों में टाटा एलेक्सी, एपीएल अपोलो, कजारिया सेरामिक्स, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, अपोलो टायर्स, इंडियन बैंक, अलकाइल अमाइंस, लिंडे इंडिया, एफल इंडिया, ब्लू डार्ट और वैभव ग्लोबल रहे हैं।

पहली छमाही में IPO बाजार भी तेजी में रहा है, इसलिए कुछ नई लिस्टेड कंपनियां भी मिड कैप में शामिल हो गई हैं। इसमें मैक्रोटेक डेवलपर्स, जुबिलेंट फार्मोवा और इंडिगो पेंट्स हैं। बाकी जो भी लिस्टेड कंपनियां रही हैं वह स्मॉलकैप कैटेगरी में हैं।