भोपाल । प्रदेश में कोरोना काल में जनप्रतिनिधियों के निधन से रिक्त हुईं तीन विधानसभा रैगांव, पृथ्वीपुर एवं जोवट समेत खंडवा लोकसभा सीट पर जल्द उपचुनाव होना है। रैगांव विधानसभा सतना जिले में है। जो चित्रकूट विधानसभा से लगा हुआ है। उपचुनाव से पहले सरकार को सालों से लंबित राम पथ वन गमन मार्ग के विकास की याद आ गई है। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि रामपथ वन गमन मार्ग का विकास राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हालांकि सरकार ने राम पथ वन गमन के लिए बजट में ज्यादा प्रावधान नहीं किया है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि रामपथ वन गमन मार्ग को तीन चरणों मे पूरा किया जाएगा। पहले चरण में कामदगिरि परिक्रमा, दूसरे चरण में चित्रकूट की 84 कोशी परिक्रमा के स्थल और तीसरे चरण में राम पथ वन गमन के अन्य महत्व के स्थलों को विकसित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि रामपथ वन गमन मार्ग प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार करते समय स्थानीय मानस, साधू-संतों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों से राय लेकर कंप्लीट और कंपोजिट प्लान बनाये। मप्र के भाग मे रामपथ वन गमन के विकास की शुरुआत एक साथ चित्रकूट और अमरकंटक दोनों ओर से की जाएगी। प्रस्तावित रामपथ वन गमन मार्ग चित्रकूट से प्रारंभ होकर सतना, पन्ना, अमानगंज, कटनी, जबलपुर, मण्डला, डिंडोरी और शहडोल होते हुए अमरकंटक पर पूर्ण होगा। मंत्री ने बताया कि अध्यात्म विभाग के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को रामपथ वन गमन विकास कार्यों की एजेंसी बनाया गया है।  योजना के प्रथम चरण में राम पथ वन गमन मार्ग के निर्माण की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर बनाने के लिए अध्यात्म विभाग द्वारा एक करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।


कमलनाथ सरकार ने किया था फोकस
2018 के विधानसभा चुनाव में रामपथ वन गमन का मुद्दा उठा था। कमलनाथ सरकार ने रामवन पथ गमन के विकास पर जोर दिया था। बजट में भी खासा प्रावधान किया गया। इसके बाद से चित्रकूट में रामवन पथ गमन मार्ग का मामला ठंठे बस्ते में चला गया। सरकार ने बजट में राशि का इतना प्रावधान नहीं किया है।