नई दिल्ली : दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर अनिश्चितता लगभग समाप्त हो गई है। उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से सोमवार को बताया गया कि दिल्ली में भाजपा, कांग्रेस और आप ने सरकार बनाने में असमर्थता जता दी है। अब उपराज्यपाल नजीब जंग के सामने दिल्ली में नए सिरे से विधानसभा चुनाव कराने के सिवाय कोई दूसरा चारा नहीं बचा है। आप नेता मनीष सिसौदिया ने उपराज्यपाल से मिलने के बाद कहा कि उपराज्यपाल ने हमें बताया है कि वह दिल्ली की राजनीतिक स्थिति पर आज शाम राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट भेजेंगे।

इसके पहले, कांग्रेस ने उपराज्यपाल से दिल्ली विधानसभा भंग करने की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि वह दिल्ली में चुनाव के लिए तैयार है। जबकि भाजपा ने उपराज्यपाल को आज बता दिया कि वह दिल्ली में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। उपराज्यपाल ने आज भाजपा, कांग्रेस और आप नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की। समझा जाता है कि जंग ने इन दलों से दिल्ली में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और सरकार बनाने के विकल्पों पर उनके विचार जाने।

इस बीच, आप नेता केजरीवाल ने उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। संकेत हैं कि राष्ट्रीय राजधानी नए सिरे से चुनाव की ओर बढ रही है क्योंकि कोई दल सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।

केजरीवाल ने पार्टी के अपने वरिष्ठ सहयोगी मनीष सिसोदिया के साथ उपराज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें दिल्ली के राजनीतिक हालात के बारे में पार्टी की राय से अवगत कराया।

इससे पहले कांग्रेस और भाजपा ने उपराज्यपाल को सूचित किया कि वे दिल्ली में चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं बशर्ते कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में न न हो।

कांग्रेस ने तत्काल विधानसभा भंग किये जाने की मांग की ताकि दिल्ली में जल्द से जल्द चुनाव कराने का रास्ता साफ हो सके जबकि भाजपा ने राज्यपाल को बताया कि वह भी जनता के जनादेश का सामना करने को तैयार है।

कांग्रेस के नेता हारून यूसुफ ने उपराज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कहा, ‘हमने राज्यपाल से कहा कि कांग्रेस झारखंड और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के साथ दिल्ली विधानसभा का चुनाव चाहती है।