वाशिंटन : अमेरिका में मंगलवार को होने वाले चुनावों में 30 भारतवंशी भी शामिल हैं। ये चुनाव राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के अंतिम दो वर्षो में राजनीति की दिशा तय करेंगे।

अमेरिका में रह रही 30 लाख भारतवंशी आबादी में कई नागरिक ऊंचे आधिकारिक पदों पर हैं, बेहतर शिक्षित हैं और दूसरे अमेरिकी नागरिकों से ज्यादा कमाते हैं, लेकिन दो राज्यों में भारतवंशी गवर्नर और एक भारतवंशी सांसद के बावजूद राष्ट्रीय राजनीति में इस समय भारवंशी ज्यादा प्रभावी नहीं है।

अमेरिकी कांग्रेस में इस समय विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 233-199 की बढ़त के साथ नियंत्रण बनाए हुए है। चुनाव विशेषज्ञों का अनुमान है कि चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी यदि सीटों में इजाफा न भी करे, तब भी उसकी कोशिश कम से कम मौजूदा बढ़त को बनाए रखने की होगी।

चुनावी दौड़ में शामिल प्रमुख भारतवंशी उम्मीदवारों में एक डेमोकेट्रिक पार्टी के अमेरिश एमी बेरा हैं, जो दलीप सिंह सौंद और बॉबी जिंदल के बाद अमेरिकी इतिहास में तीसरे भारतवंशी सांसद हैं। उनके अलावा रोहित रो खन्ना जो पूर्व ओबामा प्रशासन में अधिकारी रह चुके हैं, चुनावी दौड़ में शामिल हैं।

पेंसिलवेनिया में डेमोकेट्रिक पार्टी के मनन त्रिवेदी तीसरी बार हाउस में प्रवेश के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि लिबरटेरियन पार्टी के अरविन वोहरा मेरीलैंड से चुनाव लड़ रहे हैं।

रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार निक्की हेली दूसरी बार साउथ कैरोलिना के गवर्नर पद के लिए चुनाव में खड़ी हुई हैं।

इधर, कैलिफोर्निया के गवर्नर पद की चुनावी दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी के नील काशकारी शामिल हैं। कैलिफोर्निया के शीर्ष कानून अधिकारियों के चुनाव में कमला हैरिस शामिल हैं।

इसके अलावा रिपब्लिकन पार्टी के नौ भारतवंशी उम्मीदवार, डेमोक्रेटिक पार्टी के 10 और एक निर्दलीय उम्मीदवार 15 राज्यों की विधायिका में जगह बनाने के लिए चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं।