
55 साल बाद मेरठ मेडिकल कॉलेज में हुई में दिल की सर्जरी, नसों में स्टंट डालकर खोला गया हार्ट
मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब दिल के मरीजों के लिए ओपीडी शुरू हो गई है। मेरठ समेत नौ जिलों के दिल के मरीजों को यहां आसानी से इलाज मिल सकेगा। चिकित्सक अन्य ओपीडी की तरह हृदय रोगियों को भी देखेंगे। अस्पताल में स्टेंटिंग, सर्जरी ऑपरेशन और दिल की सभी जांचें की जा रही है। शुक्रवार को सुपरस्पेशलिटी ब्लाक के कार्डियोलॉजी विभाग के कॉर्डियक सर्जन ने दस मरीजों की एंजियोग्राफी तथा दो मरीजों का एंजियोप्लास्टी कर स्टंट डाला। डाक्टर ने बताया कि स्टंट मरीजों से मंगवाया गया है। अभी जल्द ही स्टंट भी मरीजों को अस्पताल से उपलब्ध होगा। कॉलेज प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि जिन मरीजों को स्टंट डाला गया इनमें मेरठ के प्रकाश सैनी, मुजफ्फनगर की आशा वर्मा के हृदय में स्टंट डाला गया। 1966 में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई थी, तब से लेकर अब तक यहां कभी दिल के मरीजों के उपचार की सुविधा नहीं मिली। विशेषज्ञ न होने के कारण यहां हृदय रोगियों के लिए ओपीडी आरंभ नहीं की जा सकी। करीब दस साल पूर्व डा. अनेजा सामान्य ओपीडी देखते थे। यहां रेगुलर मरीज देखने की सुविधा नहीं थी। मेडिकल प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में ओपीडी शुरू की गई है। काउंटर से पर्चा बनेगा। यहां पर सर्जन और विशेषज्ञ सभी मौजूद रहेंगे।
यह सुविधाएं मिलेगी दिल के मरीजों को
उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज में एंजियोग्राफी की सुविधा पहले से ही थी। अब एंजियोप्लास्टी, एंजियोग्राफी, ईको और टीएमटी भी आरंभ की गई है। मरीजों को सभी सुविधा अस्पताल में मिलेंगी, उन्हें अब बाहर नहीं भटकना होगा। बच्चों के दिल में छेद, वाल्व व दिल से जुड़ी सभी बीमारियों के लिए अस्पताल में डा. मुनेश तोमर को तैनात किया गया है। ब्लॉकेज, स्टंट, आपरेशन, सर्जरी के लिए दो अतिरिक्त विशेषज्ञ रखे गए हैं।
इन जिले के मरीजों को मिलेगी सुविधा
डा. ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि मेडिकल कालेज में दिल की बीमारी के सभी प्रकार के उपचार के लिए मेरठ, सहारानपुर व मुरादाबाद मंडल के जिलों के मरीज सुविधा ले सकेंगे।