बिलासपुर ।  साइबर क्राइम करने वालों ने टांडा के युवक से 19 सौ रुपए की ठगी कर चुके थे। लेकिन कोटा पुलिस की तत्परता से प्रार्थी के खाते में पैसा वापिस आ गया। यह जिले का पहला मामला है जब जिसमे थाना स्तर पर ही लूटे हुए पैसे प्रार्थी को वापस कराया गया है।
पिछले दिनों जिला स्तर पर साइबर अपराध के संबंध में एक कार्यशाला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के दिशा निर्देश पर आयोजित किया गया था। इस कार्यशाला में सभी थाने से 1-1 कर्मचारियों को बुलाकर साइबर अपराध के संबंध में प्रशिक्षित किया था। जिसके तहत किसी व्यक्ति को कोई ऑनलाइन फ्ऱॉड कर पैसा खाते से कट जाता है उसे 24 घण्टे के भीतर वापस लौटने का थाना स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही के संबंध में टोल फ्री नंबर तथा लिंक के माध्यम से निराकरण कैसे करना है बताया गया था।
19 जून को प्रार्थी जितेंद्र कुमार खांडे पिता चुरावन उम्र 22 वर्ष ग्राम टांडा थाना कोटा का थाना आकर थाना प्रभारी को बताया कि सुबह11:00 बजे 1 मोबाइल नंबर 9885445464से फोन आया और पूछा कि आप फोन पे चलाते हो क्या तथा आपका पीआई आईडी  बना है कि नही ? तब प्रार्थी हा बोला, तब मोबाइल नंबर धारक बोला कि अपना फोन पे ओपन करो उसमे कूपन आया है, उसे स्क्रेच करो मैं पासवर्ड बता रहा हूँ बोला तब प्रार्थी वैसा ही किया। मोबाइल नंबर धारक द्वारा 1999 पासवर्ड बताया और अपने मोबाइल नंबर पर सेंड करने बोला, सेंड करते ही प्रार्थी के बैंक खाता से 1999 रुपए तत्काल कट गया। जिस पर थाना में कार्यशाला में बताये अनुसार थाना कोटा से प्रशिक्षण प्राप्त आरक्षक क्र 614 सतीश साहू के द्वारा साइबर पुलिस पोर्टल पर शिकायत दर्ज किया गया जो 24 घण्टे के अंदर प्रार्थी का पूरा रूपया वापस आ गया।
उक्त मामला जिला बिलासपुर का पहला मामला है, जिसमें थाना स्तर पर किसी साइबर फ्राड का अविलंब निराकरण किया गया,और प्रार्थी का पैसा उसके खाता में वापस लौट आया। पुलिस के द्वारा इतना जल्दी पैसा कराने के कारण प्रार्थी बिलासपुर पुलिस को धन्यवाद दिया।।