
पटना । पटना के पुनपुन के बेलदारीचक के अवधपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक 65 वर्षिय महिला को एक ही दिन में 5 मिनट के अंतराल में कोरोना वैक्सीन का दो डोज दे दिया गया। इसमें भी पहला डोज कोविशील्ड और दूसरा कोवैक्सीन दिया गया। एक साथ अलग-अलग वैक्सीन के दो डोज लेने के बाद महिला के स्वास्थ्य पर इसका असर भी होने लगा है और वह रात भर बुखार से कराहती रही है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की गलती के बावजूद कोई डॉक्टर या नर्स देखने नहीं आया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उक्त महिला से कहा गया था कि 24 घंटे उसकी मेडिकल टीम निगरानी रखेगी, लेकिन निगरानी रखने के लिए वहां न तो कोई पहुंचा और ना ही उसकी निगरानी रखी गई।
जानकारी के मुताबिक, महिला के घरवालों ने ही उसके कंठ सूखने पर ग्लूकोज पिलाकर उसकी ध्यान रखा है, लेकिन कोई मेडिकल टीम नहीं पहुंची। परिवार के लोग उसका इंतजार करते रहे कि मेडिकल टीम आएगी और निगरानी रखेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि इस बीच वह एएनएम जरूर मिलने पहुंची जिसने दूसरा वैक्सीन दिया था। उक्त एएनएम ने अपनी गलती मानी है। महिला की पहचान सुनीला देवी के रुप में हुई है। बताया जा रहा है कि पुनपुन प्रखंड के बेल्दारीचक उत्क्रमित मध्य विद्यालय वैक्सीनेशन सेंटर पर सुनीता ने कुछ ही अंतराल पर कोरोना वैक्सीन के दो डोज ले लिये। ये दो डोज दो अलग-अलग वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन के थे।
चिकित्सा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि एक ही कमरे में 18 प्लस और 45 प्लस वालों को वैक्सीन दी जा रही थी। इसके लिए कोविशील्ड व कोवैक्सीन के लिए अलग-अलग लाइन लगी थी। अवधपुर निवासी रवींद्र महतो की 63 वर्षीया पत्नी सुनीला देवी को सारी प्रक्रिया करने के बाद कोवैक्सीन का डोज देकर कुछ देर बैठने के लिए बोला गया। लेकिन, वह कुछ देर बैठने के बाद दूसरी पंक्ति में जा खड़ी हुई और वहां उसने कोविशील्ड का भी डोज ले लिया। बाद में महिला से पूछा गया तो उसने बताया कि दोनों पक्तियों में लोग वैक्सीन ले रहे थे, इसलिए हमें लगा कि दोनों पंक्तियों में जाकर वैक्सीन लेनी है। चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सेंटर पर मौजूद दो एएनएम चंचला कुमारी व सुनीता कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे एक साथ दो डोज नहीं पड़ने हैं। लेकिन भूलवश पड़ भी गये हैं तो इससे कोई ज्यादा परेशानी नहीं है।