पटना । राजधानी पटना में निगरानी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक थानेदार को दो सिपाहियों के साथ बालू माफिया से रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया है। दीदारगंज थानेदार राजेश कुमार बालू माफिया से 60000 रुपए रिश्वत ले रहे थे। दरअसल, बिहार में बालू के अवैध उत्खनन और इसकी बिक्री को लेकर खनन विभाग ने बिहार पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा था। जिसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने बालू उत्खनन पर रोक लगाने का दावा किया था। लेकिन थानेदार के पकड़े जाने के बाद पुलिस मुख्यालय के आदेश की हवा निकलती नजर आ रही है।
थानेदार राजेश कुमार पर आरोप है कि वह दीदारगंज थाना क्षेत्र में गंगा नदी से बालू के अवैध उत्खनन में माफिया तत्वों को संरक्षण दे रहे थे। थानेदार और उनकी पूरी टीम दीदारगंज थाना क्षेत्र से ट्रक और ट्रैक्टर के माध्यम से हो रही बालू की अवैध ढुलाई के एवज में मोटी रकम वसूल कर रहे थे। यह काम दिन रात चल रहा था और इस पर किसी का नियंत्रण नहीं था। विजिलेंस डिपार्टमेंट को शिकायत मिली थी कि इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने अपने इलाके में और टोल प्लाजा से गुजरने वाले बालू लदे ट्रैक्टर और ट्रक वालों से राशि तय कर दी थी। इस बात की जानकारी मिलने के बाद विजिलेंस टीम ने पूरे मामले की छानबीन की। इसके बाद डीएसपी के नेतृत्व में विजिलेंस टीम ने गुरुवार की रात टोल प्लाजा के पास सबसे पहले सिपाही विवेक कुमार को पकड़ा। इससे पूछताछ के बाद निगरानी की टीम दीदारगंज थाना पहुंची जहां थानेदार राजेश कुमार रिश्वत के पैसे के साथ पकड़े गए। पटना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी ने कहा कि पटना पुलिस भी इस मामले में छानबीन कर रही है। फिलहाल थानेदार और गिरफ्त में आये सिपाही से बिजनेस की टीम पूछताछ कर रही है। देररात थानेदार के आलमगंज थाना के बजरंग पुरी स्थित आवास पर भी सर्च अभियान चलाया गया।