मुंबई : महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में मुख्यमंत्री पद को लेकर फूट खुले तौर पर सामने आ गई है. विदर्भ के 44 बीजेपी विधायकों में से 39 ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुख्यमंत्री बनने की अपील की है. ये 39 विधायक मंगलवार को गडकरी के घर नागपुर पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए उनसे प्रदेश का मुख्यमंत्री पद स्वीकार करने की मांग की.

गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहा था. खुद गडकरी भी मीडिया से यह कह रहे थे कि वह दिल्ली में काम करके खुश हैं और उनका महाराष्ट्र जाने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन महाराष्ट्र बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर मुंगटीवार के बयान के बाद गडकरी का नाम दोबारा चर्चा में आ गया. मुंगटीवार ने भी मुख्यमंत्री पद के लिए गडकरी का समर्थन किया था.

39 में से 28 पहली बार के MLA
दिलचस्प बात यह है कि गडकरी के घर पहुंचे 39 विधायकों ने इससे पहले सीएम पद के लिए फड़नवीस का समर्थन किया था. इन 39 विधायकों में से 28 पहली बार विधायक बने हैं. गौरतलब है कि विदर्भ में इस बार बीजेपी को जबरदस्त समर्थन मिला. यहां की 62 में से 44 सीटें बीजेपी ने जीतीं.

अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' में छपी खबर के मुताबिक इन विधायकों ने गडकरी आवास पर 'महाराष्ट्र का सीएम कैसा हो, नितिन गडकरी जैसा हो', जैसे नारे लगाए. इस पर गडकरी ने कहा, 'यह उनका प्यार है जो मुझसे मुख्यमंत्री बनने को कह रहे हैं. लेकिन मैं कई बार कह चुका हूं कि मेरा महाराष्ट्र लौटने का कोई इरादा नहीं है. पार्टी का संसदीय बोर्ड सीएम पर फैसला करेगा.'

मुंगटीवार ने दी गडकरी के नाम को हवा
हालांकि ऐसे संकेत भी मिलते हैं सब कुछ सोची समझी प्लानिंग से किया गया. गडकरी मंगलवार को नागपुर पहुंचे. इसके बाद विधायक उनके घर पहुंच गए. गडकरी ने अपने करीबी सुधीर मुंगटीवार को भी दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली से बात करने भेजा. नागपुर में एक विधायक ने कहा, 'महाराष्ट्र को सक्षम नेतृत्व की जरूरत है और गडकरी ज्यादा योग्य और अनुभवी हैं.'

इससे पहले मंगलवार को गडकरी के नाम को हवा देते हुए मुंगटीवार ने कहा था, 'प्रदेश बीजेपी नेताओं को लगता है कि गडकरी जी को वापस महाराष्ट्र की राजनीति में आना चाहिए और मुख्यमंत्री पद स्वीकार करना चाहिए. उन्हें शासन का अच्छा अनुभव है और वह आदर्श उम्मीदवार हैं.