जयपुर : कृषि क्षेत्र में चूहे और घुन के काटने से पनप रही ‘स्क्रब टाइफस’ काफी खतरनाक है। बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, कफ और पाचन के लक्षण वाली वाली इस बीमारी से राजस्थान में इस वर्ष अभी तक 15 मौतें हो चुकी हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘स्क्रब टाइफस’ बीमारी से पीडित मरीज को डेंगू और मलेरिया जैसे लक्षण में सिरदर्द, तेज बुखार और शरीर पर लाल निशान (रैशेज) पाये जाते हैं।

उन्होंने बताया कि राजस्थान में 880 जांच के लिए गये नमूने में से 445 सकारात्मक पाये गये। इस बीमारी का पता लगाने के लिये कराई जाने वाली जांच ‘इलिसा’ सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है और पीडित मरीज को इलाज के लिये ‘डोक्सी साइक्लिन’ की गोलियां दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि ‘स्क्रब टाइफस’ रोग से एक जनवरी 2014 से अब तक पन्द्रह मौत में से तीन भरतपुर में और दो-दो मौतें अलवर, झालावाड, बूंदी, कोटा और एक एक मौत जयपुर, हनुमानगढ, भीलवाडा और चित्तौडगढ में हुई है।

उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण कृषि क्षेत्र में इस बीमारी के लक्षण राजस्थान के अलवर, कोटा, बारां, झालावाड और बूंदी जिले में पाये गये है।