जयपुर । चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राजस्थान मेडिकल एजूकेशन सोसायटी (राजमेस) सहित समस्त मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में मरीजों को सुविधाजनक रूप से उपचार उपलब्ध कराने के लिए स्वच्छता एवं सुरक्षा के साथ ही तकनीकी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राजमेस से संबद्ध सभी मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के भी निर्देश दिए हैं। 
डॉ. शर्मा राजस्थान मेडिकल एजूकेशन सोसायटी की वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा आयोजित गवर्निंग काउंसिल की 5वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बैठक में राजमेस द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।   चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि राजमेस सोसायटी के प्रथम चरण में 7 मेडिकल कॉलेज (भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, सीकर, पाली, बाड़मेर व डूंगरपुर) कॉलेज स्वीकृत किए गए। द्वितीय चरण में धौलपुर एवं तृतीय चरण में 15 मेडिकल कॉलेज (नागौर, अलवर, चित्तौडग़ढ़, बांसवाडा, बूंदी, बारां, श्रीगंगानर, सिरोही, करौली, जैसलमेर, झुंझूनूं, टोंक, दौसा, सवाईमाधोपुर एवं हनुमानगढ) स्वीकृत हैं।  उन्होंने बताया कि इनमें से 5 मेडिकल कॉलेजों (भरतपुर, भीलवाड़ा, चुरू, पाली व डूंगरपुर) में वर्ष 2018 से बाड़मेर में 2019 से एवं सीकर में वर्ष 2020 में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ कर दिया गया। स्वीकृत 15 मेडिकल कॉलेजों के बाद प्रदेश में प्रतापगढ़, जालौर एवं राजसमंद जिलों को छोडक़र सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों की सुविधा उपलब्ध होगी। इन तीनों जिलों में भी नवीन मेडिकल कॉलेज खोलना केंद्र स्तर पर प्रस्तावित है।  डॉ. शर्मा ने बताया कि राजमेस के अधीन मेडिकल कॉलेजों में इस समय 45 आचार्य, 79 सह आचार्य, 154 सहायक आचार्य एवं 67 वरिष्ठ प्रदर्शक सहित 345 संकाय कार्यरत हैं। साथ ही 811 नर्सिंगकर्मी तथा 381 पैरामेडिकल के पद भी स्वीकृत हैं।