पटना: राज्य के सरकारी विद्यालयों के बच्चों के घरों में पढ़ने का एक कोना होगा। यह कोना हर घर एक पाठशाला की तहत होगा। अभिभावक इस बात के लिए प्रेरित किए जाएंगे कि घर के शांत कोने, जो दरवाजे के पास, खिड़की के पास या कम आवाज वाली जगह हो, उसे पढ़ने का कोना बनाएं।

निर्धारित कोने में कुर्सी या फर्श पर चटाई या बोरा बिछा बैठने की जगह बनाएंगे। कोने की दीवार पर पढ़ाई से संबंधित पोस्टर एवं रूटीन चिपका पढ़ाई का माहौल बनाएंगे। वहां किताबें रखने के लिए पुराने डब्बे या गत्ते का उपयोग करें। उस निर्धारित कोने में पढ़ने के लिए माता-पिता बच्चों को प्रेरित करें।

बच्चों की पढ़ाई के दौरान टेलीविजन, मोबाइल और अन्य भटकाने वाली चीजें बंद रखेंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने अभिभावकों को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी में प्रेरित करने का निर्देश प्रधानाध्यापकों और प्रभारी शिक्षकों को दिया है।

राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में यह संगोष्ठी 31 मई को आयोजित होगी। एक जून को सरकारी विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी होने वाली है। संगोष्ठी में अभिभावकों को शिक्षक यह बताएंगे कि छुट्टी के लिए बच्चों को क्या-क्या होमवर्क दिए गए हैं। अभिभावकों को बताया जाएगा कि हर घर एक पाठशाला है।

संगोष्ठी का थीम है-पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम। संगोष्ठी में अभिभावकों को विद्यालय से मिलने वाले सहयोग के बारे में बताया जाएगा। गर्मी की छुट्टी में बच्चों के सतत सीखने हेतु अभिभावकों को सशक्त एवं जागरूक किया जाएगा। संगोष्ठी के दिन स्कूलों में सरकार द्वारा दी जाने वाली शिक्षण सामग्रियों की प्रदर्शनी लगेगी।

उसमें स्टूडेंट टीएलएम किट, एफएलएन टीएलएम किट, पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तिका एवं डायरी होंगे। बच्चों को दी जाने वाली किताब, कॉपी, कलम, पेंसिंल, बैग, वाटर बोतल एवं डायरी का प्रदर्शन करते हुए शिक्षक उसके उपयोग के बारे में अभिभावकों को बताएंगे।

बच्चों के सर्वांगीण विकास पर भी चर्चा करेंगे। संगोष्ठी में बच्चों की अकादमिक प्रगति, उनकी उपस्थिति, पोशाक, नाखून, बाल की नियमित साफ-सफाई, बच्चों का भोजन एवं पोषण तथा स्कूल में बच्चे के व्यवहार के बारे में भी अभिभावक को जानकारी दी जाएगी।